ट्रेन के इंजन और डिब्बो में अलग-अलग वजन के पहिये लगाए जाते हैं.
भारतीय रेल के लाल रंग के एलएचबी कोच के एक पहिये का वजन करीब 326 किलो होता है. जबकि, सामान्य ट्रेनों के डिब्बे में लगे एक पहिये का वजन 384 से 394 किलो तक होता है.
आपको बता दें कि EMU ट्रेन के डिब्बों के एक पहिये का वजन लगभग 423 किलो होता है.
डीजल इंजन में लगे एक पहिये का वजन लगभग 528 किलो होता है. इलेक्ट्रिक इंजन वैप 5 और वैग 1 इंजन के एक पहिये का वजन 554 किलो होता है.
रेल के इंजन के पहिए का वजन डिब्बों के पहिए के वजन से ज्यादा होता है, क्योंकि इंजन पूरी ट्रेन खींचकर ले जाता है.
अगर इंजन के पहियों का वजन डिब्बों के पहियो के वजन से कम होगा, तो इंजन ट्रेन को खींच नहीं पाएंगे. इसलिए पहियों का वजन अधिक होता है.
ट्रेन को खींचने की जिम्मेदारी इंजन की होती है. बताते हैं इंजन का वजन कितना होता है.
ट्रेन के इंजन का वजन लगभग 1.96 लाख किलो होता है. तभी वह इतनी लंबी और भारी भरकम ट्रेन के डिब्बों को खींच पाता है.