बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ से पहले कांग्रेस के मुख्यमंत्री डॉक्टर संपूर्णानन्द इस पद पर सबसे ज्यादा समय तक रहे हैं. वहीं, क्षेत्रीय पार्टियों के नेता स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह, स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव, मायावती और अखिलेश यादव सीएम योगी के आस-पास भी नहीं दिखाई पड़ते.
सीएम योगी की गिनती उन नेताओं में होती है जिनके नेतृत्व में प्रदेश में किसी पार्टी की दूसरी बार सरकार बनी है. उनसे पहले नारायण दत्त तिवारी थे जिनके नेतृत्व में प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की दोबारा सरकार बनी थी.
25 मार्च 2022 को जब योगी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो उन्होंने नारायण दत्त तिवारी का 37 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा था. उन्होंने वर्ष 1985 में अविभाजित उत्तर प्रदेश में दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. वहीं, उत्तराखंड बनने के बाद देखा जाए तो योगी प्रदेश के पहले सीएम हैं, जो लगातार दूसरी बार सत्ता पर काबिज हुए हैं.
योगी के चेहरे पर 2022 के विधानसभा चुनाव में उतरी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 255 सीटें जीतने में सफल रही थी. वहीं, इससे पहले 2017 में बीजेपी को 312 सीटें प्राप्त हुई थीं. इस तरह बीजेपी यूपी में पहली पार्टी बन गई जिसे दो बार दो तिहाई से ज्यादा बहुमत मिला.
योगी मिथक तोड़ने वाले सीएम भी हैं. पहले यह कहा जाता था कि जो सीएम नोएडा जाता है उसकी कुर्सी चली जाती है. इस डर से कोई मुख्यमंत्री नोएडा नहीं जाता था. योगी सीएम बनने के बाद लगभग 6 वर्ष में 25 बार से ज्यादा बार नोएडा गए. बावजूद इसके उन्होंने दोबारा सीएम पद की शपथ ली.