जन्माष्टमी एक ऐसा त्योहार है जिसका लोग बेसबरी से इंतजार करते है क्योंकि इस दिन भगवन कृष्ण का जन्म हुआ था. इस साल जन्माष्टमी 26 अगस्त को है.
इस बार सोमवार को जन्माष्टमी होने की वजह से आप लोगों को तीन दिन का लॉग्ग वीकेंड मिल रहा है. आप घूमने का प्लान बना सकते है.
अगर आप भी कृष्ण भक्त है तो आप भी उन जगहों पर जा सकते है जो भगवान कृष्ण के जीवन से जुड़ी है.
आप लोग वृंदावन मंदिर जा सकते है. जो कृष्ण और राधा को समर्पित एक सुंदर मंदिर है. आप वृंदावन बाग भी जा सकते है जहां नंद लाल ने गोपियों के साथ रास रचाया था.
भगवान का जन्म मथुरा में हुआ था. उस जगह आज के समय में एक तरफ मंदिर है तो दूसरी तरफ मस्जिद. महमूद गजनवी ने मथुरा के इस मंदिर को तुड़वा दिया था.
लड्डू गोपाल का बचपन गोकुल, वृंदावन, नंदगाव, बरसाना में बीता था. गोकुल से 2 किमी दूर महावन है जहां ये मंदिर है. लोगों का कहना है कि यह पुराना गोकुल है.
मथुरा के पास बरसाना है. बरसाना के बीचोबीच एक पहाड़ी है उसी के ऊपर राधा रानी मंदिर है. दरअसल, राधा रानी बरसाने की रहने वाली थी.
मथुरा के द्वारकाधीश मंदिर को ग्वालियर के खंचाची सेठ गोकुल दास पारीख ने बनवाया था. यहां कृष्ण की प्रतिमा द्वारका के राजा के रूप में है.
मथुरा का प्रेम मंदिर श्रद्धालुओं में काफी प्रसिद्ध है. 53 एकड़ में फैला ये मंदिर राधा-कृष्ण और सीता-राम को समर्पित है. इस मंदिर की नींव कृपालु महराज द्वारा रखी गई है.
यह कुंड मथुरा से करीब 28 किमी दूर है. श्रद्धालुओं के मुताबिक राधा ने अपने कंगन से कुंड खोदकर स्नान किया था.