उत्तराखंड का हजारों साल पुराना इतिहास, मानसखंड केदारखंड, हिमवंत जैसे कई नाम

Rahul Mishra
Nov 08, 2024

उत्तराखंड दिवस

हस साल 9 नवंबर को उत्तराखंड दिवस मनाया जाता है. यह उससे पहले उत्तर प्रदेश का ही एक हिस्सा होता था.

कब बना

उत्तराखंड एक अलग राज्य 9 नवंबर 2000 में उत्तर प्रदेश ले अलग होकर भारत का 27वां राज्य बना था.

इतिहास

उत्तराखंड के इतिहास के बारे में इसके विश्वकोष कहे जाने वाले रामप्रसाद डबराल ने बहुत विस्तार से लिखा है.

तीन किताबें

उन्होंने कुमाऊं का इतिहास, गढ़वाल का नवीन इतिहास और उत्तराखंड का इतिहास नाम की तीन किताबें लिखी हैं.

पुराने नाम

उत्तराखंड को भारत के प्राचीन धर्मग्रंथों में केदारखंड, मानसखंड और हिमवंत के नाम से जाना जाता था.

स्कंद पुराण

स्कंद पुराण के अंदर उत्तराखंड को दो भागों में बांटा गया है. जहां एक भाग वर्तमान गढ़वाल क्षेत्र के लिए था. तो वहीं दूसरा भाग वर्तमान कुमाऊं क्षेत्र के लिए प्रयोग होता था.

मूल निवासी

यहां के मूल निवासियों को कुमाऊंनी और गढ़वाली कहा जाता है. हालांकि इसके आंदोलन में 40 से अधिक लोगों ने शहीद हुए.

नाम

इसका नाम 2007 में उत्तरांचल से बदलकर उत्तराखंड रखा गया था. लेकिन आपको बता दें कि इसको एक अलग राज्य बनाने की मांग ब्रिटिश राज के समय से उठ रही थी.

चारधाम

इसी राज्य में भारत के प्रमुख तीर्थस्थल चारधाम मौजूद हैं. इसके अलावा उत्तराखंड अपने दो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों फूलों की घाटी और नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान के लिए भी फेमस है.

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