उत्तराखंड घूमने जाएं तो इन पहाड़ी व्यंजनों को चखना न भूलें

Rahul Mishra
Jun 18, 2024

भांग की चटनी

उत्तराखंड में इस चटनी को बहुत पसंद किया जाता है. इस चटनी की ताज़ा सुगंध और तीखा स्वाद आपके मुह में खाने के बाद भी रहता है. यह चटनी भागं के बीजों से तैयार होती है.

सिंगोडी

सिंगोडी उत्तराखंड की एक प्रसिद्ध मिठाई है जो गाढ़े दूध से बनाई जाती है. जिसके मालू के पत्ते में लपेटा जाता है. बता दें कि यह कुमाऊं के अल्मोड़ा में मिलती है.

भट्ट की चुड़कानी

काले भट्ट की दाल कुमाऊं के लोगों का प्रमुख व्यंजन है. इसमें सुवाद के साथ-साथ भरपुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है. इस दाल को कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए भी खाया जाता है.

बिच्छु की सब्जी

उत्तराखंड में जंगली घास को बिच्छु घास कहा जाता है. इस घास की सब्जी बहुत बड़िया होती है. इस सब्जी में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते है. यह सूजन को कम करता है.

फाणु

फाणु गढ़वाल क्षेत्र में ज्यादा मशहूर है. इसेअलग-अलग तरह की दालों को मिलाकर बनाया जाता है जिससे रात भर पानी में भिगोया जाता है.

कापा

पालक का कापा, इसे बनाना बहुत आसान होता है. यह ज्यादातर चावल के आटे को मिलाकर बनाया जाता है. पालक का कापा सर्दियों में बनाया जाता है क्योंकि पहाड़ी पालक उसी समय उगता है.

बाल मिठाई

बाल मिठाई आमतौर पर सफेद चीनी की गेंदों से लिपटे चॉकलेट फ़ज की तरह होती है. यह भी अल्मोड़ा में मिलती है.

थटवाणी/रास

इस व्यंजन को बनाना काफी मुश्किल काम है क्योंकि इसमें दालों को उबालना और फिर लोहे के बर्तन में पकाना पड़ता है. जिसके बाद दाल और रस को कपड़े की मदद से अलग कर दिया जाता है और फिर रस में मसाले डाले जाते है.

मूली थेचुआ

मूली थेचुआ रेसिपी मूली का सलाद है जिसे उत्तराखंड के हर घर में बनाया जाता है. यह एक सरल डिश है जिसे बनाने में बहुत कम समय लगता है. आप इसे अपने खाने के साथ परोस सकते है.

भट्ट का जौला

इसे बनाने के लिए भट्ट की दाल और चावल चाहिए होते. भट्ट के छिलके उतार ने के बाद इसे हलका-हलका पीस ले और इसे बिना छौंके पकाएं और फिर चावल, मसाले भी डाल दे.

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