अगर आपके पास 3 दिन की छुट्टी है. तो बस जल्दी से पैकिंग कीजिए और चलिए दिल्ली से 350 किमी दूर इस जगह
देश की राजधानी के निकट मात्र 6 घंटे के सफर में आप पहंच जाएगें धानाचूली. नैनीताल भी यहां से केवल 26 किमी की दूरी पर है.
धनाचूली से नंदा देवी, त्रिशूल और पंचाचूली के मोहक नजारे शाम के समय बेहद खूबसूरत लगते हैं, यहां की जीवन शैली एकदम देहाती और सुकून देनी वाली है.
प्रसिद्ध मुक्तेश्वर मंदिर की ढलान के पीछे स्थित, चौली की जाली घूमने-फिरने के लिए एक बढ़िया आकर्षण है. ऐसा माना जाता है कि इस जगह देवी और राक्षसों के बीच युद्ध हुआ था.
भालु गाड जलप्रपात धानाचूली से सिर्फ 4 किमी की दूरी पर स्थित है और उत्तराखंड के मन को भाने वाले आकर्षणों में से एक है.
मुक्तेश्वर धाम भगवान शिव को समर्पित एक दिव्य मंदिर है, मंदिर तक पहुंचने के दौरान आपको आसपास बड़े ही प्राकृतिक नजारे देखने को मिलेंगे.
इस मंदिर को प्यार से 'घंटियों का मंदिर' भी कहा जाता है. कहते हैं कि गोलू देवता भगवान शिव के अवतार हैं. गोलू देवता को न्याय के भगवान के रूप में जाना जाता है
धानाचूली से 12 किमी की दूरी पर विक्टोरिया डैम प्राकृतिक आकर्षण का मुख्य केंद्र है. बांध के चारों ओर फूलों के बगीचे यहां आने वाले पर्यटको का मन मोह लेते है.
काठगोदाम रेलवे स्टेशन धानाचूली के सबसे नजदीक है. दिल्ली, आनंद विहार से धनाचूली के लिए सीधी बसें भी उपलब्ध हैं. यहां पंतनगर हवाई अड्डा धानाचूली से 94 किमी की दुरी पर है.