बनारस जिसे घाटों का शहर कहा जाता है. आज भी गलियां का उल्लेख कई साहित्यकारों ने अपनी साहित्य में किया है.
बनारस में 300 से ज्यादा घाट है.
बनारस का एक घाट जिसकी अपनी पौराणिक मान्यता है.
मणिकर्णिका घाट के प्राचीनता और उसके पौराणिक महत्व का उल्लेख हमारे वेदों पुराणों में भी मिलता है.
ऐसी मान्यता है कि मणिकर्णिका घाट पर कभी भी चिताओं की आग ठंडी नहीं होती है.
यहा स्नान करने मात्र से ही व्यक्ति को मृत्यु के काल च्रक से मुक्ति मिल जाती है.
मणिकर्णिका घाट पर रोजाना करीब 300 से ज्यादा लाशे जलती है.
यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE UP/UK इसकी पुष्टि नहीं करता है.