वाराणसी में रोपवे का काम तेजी से चल रहा है. अब रोपवे के ट्रायल की तारीख सामने आ गई है. अगले साल तक इसे शुरू करने का लक्ष्य है. इसके बाद काशी के लोग रोपवे से सफर कर सकेंगे.
दरअसल, वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन से गोदौलिया तक रोपवे (केबल कार) चलाने की तैयारी है.
कैंट, भारत माता मंदिर और रथयात्रा वाले स्टेशनों के बीच रोपवे का ट्रायल की तारीख सामने आ गई है.
वाराणसी में रोपवे संचालन से पहले जनवरी के पहले सप्ताह से फरवरी के बीच ट्रायल हो सकता है.
मार्च या अप्रैल अंत तक रोपवे के तीनों स्टेशनों को तैयार करके इस पर संचालन की तैयारी है.
जनवरी के पहले सप्ताह में रोपवे के पहले गोंडोला ट्रायल की शुरुआत करने की तैयारी की जा रही है.
बता दें कि 807 करोड़ की लागत से वाराणसी में रोपवे तैयार किया जा रहा है.
हर 90 सेकेंड पर रोप वे ट्रॉली मिलेगी. एक साथ 150 ट्रॉली आसमान में 50 फीट की ऊंचाई पर चलेगी.
स्विट्जरलैंड आधारित कम्पनी बर्थोलेट इसके निर्माण का काम कर रही है. शहर में टावर लगाने का काम जारी है.
इस रोपवे ट्रांसपोर्ट से हर घंटे 6 हजार लोग सफर कर सकेंगे. एक दिन में 90 हजार लोग इससे सफर कर पाएंगे.
पहले चरण में 3.8 किलोमीटर परिधि में रोपवे शुरू किया जाएगा. चार किमी. का सफर 16 मिनट में पूरा हो सकेगा.
कैंट स्टेशन से गोदौलिया चौराहे तक कुल चार रोपवे स्टेशन बनाए जाएंगे. इसे फाइनल टच दिया जा रहा है.
लगभग 15 टावरों के इंस्टॉल होने के बाद ढाई किलोमीटर की रस्सी पुलिंग का काम किया जाएगा.
बताया गया कि पुलिंग ट्रायल का पहला फेज लगभग 10 से 15 दिनों के अंदर खत्म हो जाएगा.
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