भगवान विष्ण के प्रिय वाद्य यंत्र शंख को लेकर हिंदूं धर्म में कई मान्यताएं हैं. कहते हैं इसकी आवाज से कई प्रकार के दोष दूर होते हैं.
मान्यता है कि पूजा के समय शंख को बजाने से घर और आसपास का वातावण शुद्ध होता है.
हिंदू धर्म में अलग-अलग प्रकार के शंखों को अलग-अलग महत्व दिया जाता है. इन सभी में दक्षिणावर्ती शंख को सबसे ज्यादा महत्व दिया गया है.
एक तरफ जहां सभी शंखों का पेट बाईं ओर खुलता है वहीं इस शंख का पेट दाईं ओर खुलता है. यह शंख दिव्य माना गया है.
विष्णु पुराण के अनुसार शंख में देवी लक्ष्मी का वास माना जाता है. मान्यता है दक्षिणावर्ती शंख की पूजा करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
कहा जाता है कि जिस घर में दक्षिणावर्ती शंख होता है वहां मां लक्ष्मी का भी वास होता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिणावर्ती शंख से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार शंख को घर के पूजा घर में रखना चाहिए, इससे कई प्रकार के वास्तु दोष दूर होते हैं और सकारात्मकता आती है.
दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर रखें और इससे पूरे घर पर छिड़काव करें. इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है.
लाल कपड़ा बिछाकर उसके ऊपर दक्षिणावर्ती शंख रखें. इसमें गंगाजल और कुश रखें. फिर ‘ऊं श्री लक्ष्मी सहोदराय नम:’ मंत्र का जाप 5 बार करें.
घर पर नियमित पूजा में शंख को भी धूप-दीप दिखाएं. इससे घर पर सकारात्मकता आती है और मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.
यह खबर सिर्फ धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित है. इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. Zee UPUK किसी भी तरह की मान्यता और धारणा की पुष्टि नहीं करता है.