हमारे घर में कुछ ऐसी घटनाएं होती हैं जो हमें आने वाले भविष्य की तरफ इशारा करती हैं. उन्हीं घटनाओं में से एक है घर का शीशा टूटना. यदि आपके घर का शीशा चटक जाए या किसी टूट जाए तो इसका मतलब यह है कि आपके घर में कोई विपदा आने वाली है या कोई विपदा उस शीशे ने अपने ऊपर ले ली है.
वास्तु कहता है कि घर में टूटी फूटी और बेकार की चीजें रखने से माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं. जिसकी वजह से आपके घर में कंगाली और अशांति फैल सकती है.
हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि यदि अचानक से घर का शीशा टूट जाए तो ये किन संदेशों की तरफ इशारा हो सकता है. कई बार किन्ही वजहों के कारण यह कांच की चीजें टूट जाती हैं.
हिंदू धर्म में प्राचीन काल से ही दर्पण के टूटने को लेकर बहुत सी मान्यताएं प्रचलित हैं. कुछ लोग इन मान्यताओं को सिर्फ अंधविश्वास मान के अनदेखा कर देते हैं. वहीं कुछ लोग इससे जुड़े शुभ-अशुभ संकेतों के विषय में विचार करते हैं.
वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि कांच टूट जाए तो उसे जितना जल्दी हो सके बाहर फेंक देना चाहिए. ऐसा करने से कांच के साथ-साथ आप पर आने वाली बला भी कांच के साथ ही घर से बाहर चली जाएगी.
कभी भी टूटे हुए शीशे को घर में नहीं रखना चाहिए. ऐसा करना बेहद ही अशुभ माना जाता है. टूटे शीशे के कारण अक्सर घर में विपदा बनी ही रहती है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, कुछ लोग कांच का टूटना शुभ मानते हैं तो कुछ अशुभ. कांच के टूटने से घर के सदस्यों पर कोई बड़ा संकट आ सकता है.
कुछ लोगों का ऐसा भी मानना है कि यदि घर में कोई शीशा या कांच टूटता है, तो इसका अर्थ है कि आपके घर पर आने वाला संकट टल गया.
टूटा हुआ शीशा घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा घर में वास करने लगती है. इसे तुरंत घर से बाहर निकाल देना चाहिए.
आप जब भी बाजार में शीशा खरीदें तो इस बात का ध्यान रखें कि शीशा गोल या अंडाकार ना हो. इस प्रकार का दर्पण घर में पॉजिटिव ऊर्जा को नकारात्मक ऊर्जा में बदल सकता है.
घर में आइना लगाने से पहले इस बात का ध्यान जरुर रखें कि दर्पण का फ्रेम भड़कीले या चटक रंग के नहीं होना चाहिए. फ्रेम का रंग हमेशा हल्का ही होना चाहिए.