मथुरा के वृंदावन में ठाकुर जी बांके बिहारी जी का मंदिर स्थित है. यह ठाकुर जी के 7 मंदिरों में से है जहां पर हर दिन हजारों लोग उनके दर्शन पाने के लिए पहुंचते हैं.
बांके बिहारी जी के दर्शन पाने के बाद यमुना तट, श्री राधावल्लभ जी के साथ ही श्री गोविंद देव जी आदि ठाकुर के दर्शन किया जाता है. साथ ही लोगों ब्रज रज यानी ब्रज की मिट्टी को भी शरीर पर लगाएं.
मान्यता है कि शरीर में ब्रज रज लगाने मात्र से रोग-दोष दूर होते हैं और सुख-समृद्धि घर आती है. इसे घर लाना भी शुभ माना गया है.
अगर आप भी वृंदावन गए हैं तो ब्रज रज और यमुना जल इन दो चीजों को अपने घर ले आएं, ऐसा करना शुभ माना जाता है.
ब्रज की रज को लेकर मान्यता है कि थोड़ी सी बज्र रज ले आए और जहां पर ठाकुर जी का स्थान हो वहीं रख दें और हर दिन स्नान के बाद इसे माथे पर लगाए और थोड़ी सी मुंह में डाल लें. रोग-दोष दूर रहेंगे.
ऐसा करने से अकाल मृत्यु का भय दूर होगा और श्री कृष्ण व राधा जी की कृपा से हर क्षेत्र में सफलता ही सफलता प्राप्त होगी.
वृंदावन से ब्रज की रज काफी शुभ माना गया है. इसी मिट्टी पर भगवान ने लीलाएं की हैं. ऐसे में इसी मिट्टी को एक ऐसे प्रसाद के रूप में देखा जाता है जिसे ब्रजवासियों को भगवान स्वयं दिया.
यमुना जल की बात करें तो गंगा का जल जैसे पवित्र माना जाता है वैसे ही वृंदावन से थोड़ा सा यमुना का जल घर लेना आना भी शुभ होता है. श्री कृष्ण ने यमुना जी में काफी लीलाएं कीं.