देश में रोड कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए नए-नए हाईवे और एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है.
देश के कई बड़े शहरों को जोड़ने के लिए एक्सप्रेस-वे बनाए जा रहे हैं. नेशनल हाईवे और एक्सप्रेस-वे की चर्चा हो रही है.
लेकिन क्या आपको पता है कि एक्सप्रेस और हाईवे में क्या अंतर होता है. ये एकदूसरे से कैसे अलग होते हैं.
एक्सप्रेसवे की ऊंचाई हाईवे से ज्यादा होती है. एक्सप्रेस-वे दोनों तरफ से रेलिंग से घिरे रहते हैं.
एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियों की स्पीड नेशनल हाईवे की तुलना में ज्यादा होती है.
ये आबादी वाले इलाके से बाहर होते हैं. इनको ऐसे डिजाइन किया जाता है कि मोड न हो.
एक्सप्रेस-वे की चौड़ाई आमतौर पर 6 से 8 लेन तक होती है.
इमरजेंसी में एक्सप्रेसवे पर विमान उतारने की भी सुविधा मिलती है.
कई एक्सप्रेस-वे पर दो पहिया वाहन और थ्री व्हीलर की इंट्री बैन होती है. कई एक्सप्रेस-वे पर जुर्माने का भी प्रावधान है.
एक्सप्रेस-वे पर रफ्तार सफर का मजा मिलता है. इन पर टोल भी ज्यादा लगता है.