घर का आईना बदल सकता है आपकी तकदीर, दर्पण की दिशा के साथ इन 5 बातों का रखें ध्यान

Pradeep Kumar Raghav
Sep 02, 2024

आईना और वास्तु शास्त्र

घर में आईना लगाने के भी कुछ विशेष वास्तु नियम होते हैं. जिनका पालन करने से घर में सुख-समृद्धि आती है वहीं अनदेखी करने पर दुख और दुर्भाग्य का सामना करना पड़ता है.

बेडरूम में आईना

वास्तु के अनुसार, बेडरूम में कभी भी आईना नहीं लगाना चाहिए. बेड का प्रतिबिंब आईने में दिखने से दांपत्य जीवन में समस्याएं आती हैं. अगर आईना जरूरी भी हो तो उसे पर्दे से ढक कर रखें.

आईना लगाने की दिशा

उत्तर दिशा की दीवार पर आईना लगाना शुभ माना जाता है. इसे इस तरह लगाएं कि आईने में देखते समय चेहरा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर रहे.

छत पर आईना

वास्तु के अनुसार छत पर आईना लगाने का विचार कर रहे हैं तो इसे दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर लगाना चाहिए, ताकि इसका शुभ परिणाम मिले.

आमने सामने आईना

घर में किचन के सामने या एक दर्पण के सामने दूसरा दर्पण नहीं लगाना चाहिए. ऐसा करने से वास्तु दोष उत्पन्न होता है, जिससे घर में रहने वाले लोगों के बीच तनाव बढ़ सकता है.

टूटे-फूटे शीशे का वास्तु दोष

वास्तु के अनुसार, घर में कभी भी टूटा-फूटा या चटका हुआ शीशा नहीं होना चाहिए. इसे बहुत खराब वास्तु दोष माना गया है, जो दुःख-दुर्भाग्य का कारण बनता है.

टूटे शीशे को तुरंत हटाएं

कभी भी टूटे हुए शीशे को घर में न रखें. यह वास्तु दोष का कारण बनता है और घर में नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है.

बाथरूम में आईना

बाथरूम में आईना हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा की दीवार पर लगाना चाहिए. वहीं गोल आकार का दर्पण बाथरूम में सुंदर लगने के साथ वास्तुशास्त्र के अनुकूल होता है.

DISCLAIMER

लेख में दी गई जानकारी मान्यताओं पर आधारित है. ZEE UP/UK इसकी प्रमाणिकत और सटीकता की पुष्टि नहीं करता है.

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