यूपी के किस शहर को मिला था पहला पिन कोड, लखनऊ, नोएडा-गाजियाबाद से भी पहले

Preeti Chauhan
Nov 15, 2024

अलग-अलग पिन कोड

201301,ये पिन कोड नोएडा का है. इसी तरह से देश के अलग-अलग हिस्सों को अलग-अलग पिन कोड दिए गए हैं. हर राज्य और एरिया का अपना अलग पिन कोड होता है.

पोस्टल इंडेक्स नंबर

Pin यानी पोस्टल इंडेक्स नंबर आपकी चिट्ठी या कोई और जरूरी सामान के सही जगह और सही हाथों तक पहुंचने के लिए बहुत ही जरूरी है.

होता है खास नंबर

पिन कोड के छह नंबर, आपके एरिया की पूरी जानकारी देते हैं.

कैसे काम करता है पिन कोड

देश के हर पोस्ट ऑफिस का अपना अलग 6 डिजिट का यूनीक पिन कोड होता है.

पिन के 6 अंकों का मतलब

पिन कोड में कुल छह नंबर रखे गए थे. पिनकोड के पहले दो अंक डाक क्षेत्र को दर्शाते हैं, उसके अगले दो अंक डाक सर्कल को और आखिरी के दो अंक डाकघऱ के बारे में बताते हैं.

बिना पिन कोड..

किसी भी चिट्ठी का,बिना इस पिन कोड के सही एड्रेस तक पहुंचना लगभग नामुमकिन सा होता है. आज भी आप जब शॉपिंग पोर्टल से सामान मंगवाते हैं तो उसमें अपना पिनकोड डालते हैं, जिससे आपके एरिया की सही-सही जानकारी पता चलती है

कब हुई पिन कोड की शुरुआत

15 अगस्त 1972 को पहला पिन कोड जारी हुआ. आज 52 साल बाद भी पिन कोड बहुत ही जरूरी है.

श्रीराम भीकाजी वेलणकर ने दिया पिन कोड

भारत सरकार के संचार मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव श्रीराम भीकाजी वेलणकर ने की थी. वेलंकर 1966 से 1970 तक भारत के पोस्ट मास्टर जनरल रहे

कब मिला पिनकोड

भारत में 19,101 पिन कोड हैं. पिन कोड के आखिरी तीन अंक, ज़िले के खास डाकघर को दिखाते हैं. कुल मिलाकर पिन कोड बहुत ही जरूरी है

क्या आप जानते हैं

क्या आप जानते हैं? यूपी में पहला पिन कोड किस शहर को मिला था. उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में पहला पिन कोड मिला था.

बरेली शहर का पिन कोड

उत्तर प्रदेश के बरेली शहर का पिन कोड 243001 है. पिन कोड को ज़िप कोड या पोस्टल कोड भी कहा जाता है.

पोस्टल कोड 2

उत्तर प्रदेश के पिन कोड में 6 लंबे अंक होते हैं. उत्तर प्रदेश का डाक क्षेत्र पोस्टल कोड 2 है.

डिस्क्लेमर

लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

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