भारतीय रसोई में चावल हमारी डेली डाइट का हिस्सा हैं. दुनिया भर में सफेद चावल को मेन फूड के तौर पर खाया जाता है. चावल लगभग पूरे भारत में ही Special माना जाता है और इसका उपयोग लगभग हर रोज़ किया जाता है.
कई लोग रोटी छोड़कर चावल ही खाना पसंद करते हैं. क्या आप जानते हैं कि बहुत ज्यादा चावल खाना हेल्थ के लिए नुकसानदायक होता है. आइए जानते हैं कि सफेद चावल को सीमित मात्रा में ही क्यों खाने चाहिए. अगर हम इनको ज्यादा खाएंगे तो क्या नुकसान होंगे.
सफेद चावल में विटामिंस कम होते हैं, जिसको ज्यादा खाना शारीरिक और मानसिक हेल्थ को प्रभावित कर सकता है.
सफेद चावल में कार्बोहाइड्रेट्स का मात्रा ज्यादा होती है. जिससे आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है. अगर आपको शुगर है तो सफेद चावल आपके लिए किसी जहर से कम नहीं है.
सफेद चावल में कैलोरीज का ज्यादा मात्रा पाई जाती है. अगर आप वजन को कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं, तो सफेद चावल सीमित मात्रा में ही खाएं. वरना पेट और कमर की चर्बी बढ़ जाएगी.
सफेद चावल सेलियक रोग जैसी समस्याओं के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते हैं. क्योंकि इनमें ग्लूटेन होता है, जो इनकी तबीयत बिगाड़ सकता है.
चावल के अच्छे व्यंजन पकाने के लिए उसमें तेल और मसाले का बहुत इस्तेमाल किया जाता है. जैसे पुलाव, तहरी, बिरयानी, फ्राइड राइस वगैरह.
सफेद चावल की प्रॉसेसिंग प्रक्रिया में ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले केमिकल्स और प्रिजर्वेटिव्स हो सकते हैं. ये आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं.
चावल में विटामिन सी की मात्रा कम होती है जिससे हड्डियों को कोई फायदा नहीं होता.
यह सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. Zeeupuk इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.