महाभारत कथा में कई रोचक किरदारों का जिक्र किया गया है. कौरव और पांडवों के बारे में आप जानते होंगे.
महाभारत में कई रोचक और कमसुने पात्र भी हैं, जिनके बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते हैं.
ऐसा ही एक पात्र है कीचक, जिसको भीम ने महाभारत के युद्ध से पहले ही वध कर दिया था.
12 वर्ष के वनवास के समय पांडव भेष बदलकर मत्स्य नरेश विराट की राजधानी में छिपे थे. यहां के राजा विराट स्वभाव के ठीक थे लेकिन उनका साला कीचक दुष्ट था.
कीचक की द्रौपदी पर बुरी नजर थी. पहले कीचक ने द्रौपदी को बातों में फुसलाना चाहा लेकिन बाद में वह अभद्रता पर उतर आया.
द्रौपदी ने जब इस अपमान की बात भीम को बताई. जिसके बाद भीम ने कीचक को मारने की योजना बनाई. जिसमें अर्जुन साथी बने.
योजना के मुताबिक अगले दिन द्रोपदी महल में कीचक को एकांत जगह पर ले आईं. जहां पहले से भीम उसका इंतजार कर रहे थे.
कीचक के आते ही अर्जुन मृदंग बजाने लगे, जिससे यहां की आवाज बाहर न जा पाए. इस तरह कीचक का वध कर भीम ने द्रोपदी के अपमान का बदला लिया.
पौराणिक पात्रों की यह कहानी धार्मिक मान्यताओं और ग्रंथों में किए गए उल्लेख पर आधारित है. इसके काल्पनिक चित्रण का जी यूपी-यूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.