कुरुक्षेत्र के मैदान में कौरव और पांडवों के बीच महाभारत का युद्ध लड़ा गया था, जो 18 दिनों तक चला था.
महाभारत के युद्ध में कई पराक्रमी योद्धाओं की कहानियां आज भी प्रचलित हैं.
जब बात मामा की आती है तो शकुनि का नाम ही सबसे पहले याद आता है.
लेकिन क्या आप जानते हैं पांडवों के मामा कौन थे, जिनको द्रोणाचार्य ने मारा था. अगर नहीं तो हम आपको बताते हैं.
पुरूजित पांडवों की माता कुंति के भाई और कुंतीभोज के पुत्र थे.
हिंदू महाकाव्य महाभारत के अनुसार पुरूजित ने पांडवों की ओर से युद्ध किया था.
महाभारत के युद्ध में उन्होंने अपने बेटों के साथ मिलकर कई कौरव युद्धाओं हराया था.
महाभारत के चौदहवें दिन द्रोणाचार्य ने पुरूजित और उनको दो भाइयों धृष्टकेतु और वृहद्क्षत्र का वध किया था.
पौराणिक पात्रों की यह कहानी धार्मिक मान्यताओं और ग्रंथों में किए गए उल्लेख पर आधारित है. इसके काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.