महाकुंभ में बसेगी दुनिया की सबसे बड़ी टेंट सिटी, आम आदमी से लेकर अमीरों को मिलेगा आशियाना

Padma Shree Shubham
Dec 17, 2024

महाउत्सव

प्रयागराज में आने वाले साल के 14 जनवरी 2025 से महाकुंभ का महाउत्सव शुरू हो रहा है.

ठहरने के लिए

महाकुंभ मेले में संत-संन्यासियों, तीर्थयात्रियों के ठहरने के लिए लगभग 4000 हेक्टेयर में तंबू बनाया जा रहा है. इस तरह यह दुनिया का सबसे बड़ा तंबू होगा.

बजट के बारे में

महाकुंभ के इस आयोजन के लिए लगभग 7,500 करोड़ रुपये के बजट की मंजूरी मिली है जोकि 2019 के अर्धकुंभ में हुए खर्च के बजट से 78 फीसदी अधिक है. तब 4,200 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी

केंद्र सरकार

कुंभ के लिए केंद्र सरकार ने 2,100 करोड़ रुपये की सहायता राशि में से अब तक 1,050 करोड़ रुपये की पहली किस्त दे दी है.

421 परियोजनाएं

मीडिया रिपोर्ट की मानें तो प्रयागराज महाकुंभ के लिए सरकार की तरफ से मंदूर किए बजट का इस्तेमाल 421 परियोजनाओं के लिए किया जा रहा है.

रेलवे पुल से लेकर अंडरपास

परियोजनाओं में सड़क निर्माण, रेलवे पुल से लेकर अंडरपास, नदी किनारों का सुधार व यहां आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाओं पर खर्च शामिल है.

4,000 हेक्टेयर क्षेत्र

महाकुंभ के लिए दुनिया का सबसे बड़ा तंबू शहर 4,000 हेक्टेयर क्षेत्र में स्थापित हो रहा है जिसमें 2,000 तंबू तैयार किया जाएगा. 25,000 सार्वजनिक आवास बनाए जाएंगे.

महाकुंभ में 23,000 सीसीटीवी कैमरे

प्रयागराज महाकुंभ में सुरक्षा और प्रशासन के लिए कुल 23,000 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और एआई-आधारित चैटबॉट्स का भी इस्तेमाल किया जाएगा.

उन्नत तकनीक

वहीं, प्रयागराज को स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के अंतर्गत उन्नत तकनीकी सुविधाओं से लैस होने वाला है.

ठोस कचरा प्रबंधन

सरकार स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत सफाई और ठोस कचरा प्रबंधन कर रही है. स्वच्छ पेयजल और आधुनिक शौचालय जैसी सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी.

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