महाकुंभ मेले का आयोजन 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर होगा.
सबसे मुश्किल सवालों में से एक सवाल है कि महाकुंभ मेला कितने समय के बाद लगता है. तो इसका जवाब है पूरे 144 साल बाद.
महाकुंभ मेला केवल प्रयागराज में लगता है. बाकी तीनों जगहों पर अर्द्धकुंभ और पूर्ण कुंभ मेले लगते हैं.
कुंभ मेला प्रयागराज के साथ-साथ हरिद्वार, नासिक औ उज्जैन में भी लगता है.
इस बार का महाकुंभ मेला कुल मिलाकर 4 हजार हेक्टेयर में लगाया जा रहा है. जिसमें मेले के क्षेत्र को 25 सेक्टर में बांटा जाएगा.
महाकुंभ मेले में निगरानी रखने के लिए सरकार की तरफ से 60 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे. इसके साथ ही सिक्योरिटी के लिए इस बार ड्रोन का भी प्रयोग किया जाएगा.
महाकुंभ मेले का लोगो भी यूपी सरकार के द्वारा जारी कर दिया गया है. जिसके शुरुआत में ‘सर्वसिद्धिप्रद: कुंभ’ लिखा हुआ है.
इस बार के महाकुंभ मेले में कुल मिलाकर 6 राजसी स्नान किए जाएंगे. इसकी शूरुआत 13 जनवरी से होगी. उसके बाद 29 जनवरी, 3 फरवरी, 4 फरवरी, 12 फरवरी और 8 मार्च को होंगे.
इस बार के महाकुंभ मेले में तकरीबन रिकॉर्ड 35 से 40 करोड़ श्रद्धालुओं की आने की संभावना जताई जा रही है.