अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद जिगाना पिस्टल की चर्चा सबसे ज्यादा है.
दोनों ही हत्या में तुर्की मेड जिगाना नाम के सेमी-ऑटोमैटिक हथियार का इस्तेमाल किया गया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक जिगाना पिस्टल का निर्माण TISAS नामक गन प्रोडक्शन कंपनी करती है
यह पिस्टल 2001 में बननी शुरू हुई थी. भारत में यह गन प्रतिबंधित है.
जिगाना पिस्टल की कीमत करीब 6 से 7 लाख रुपये तक होती है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक इसमें एडजस्टेबल साइज लगा होता है, जिससे ये जल्द गर्म नहीं होती.