ट्रेकिंग के लिए मशहूर खलिया टॉप मुनस्यारी में ही है. यहां दूर-दूर से ट्रेकिंग प्रेमी पहाड़ों पर चढ़ने के लिए आते हैं.
उत्तराखंड के सबसे महत्तवपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक मां नंदा देवी का मंदिर मुनस्यारी से 2.5 किमी दूर मदकोट सड़क मार्ग पर स्थित है.
मुनस्यारी में सुरेंद्र सिंह पंगते मार्ग पर आदिवासी विरासत संग्रहालय है, जहां प्राचीन काल में इस्तेमाल की जाने वाली वस्तुएं उपस्थित हैं.
प्रकृति प्रेमियों के देखने के लिए लिए मुनस्यारी में एक प्राकृतिक झरना है, जिसे बिरथी वाटरफॉल के नाम से जाना जाता है.
मुनस्यारी में पंचाचूल पर्वत भी है. इस पर्वत की पांच चोटियों को पांच पांडवों का प्रतीक माना है. मान्यता है कि यहां से पांडवों ने स्वर्गारोहण किया था.
मुनस्यारी उत्तराखंड में गर्मियों के दौरान छुट्टी बिताने वाले सबसे पसंदीद स्थानों में से एक है. दूर-दूर से यहां लोग घूमने आते हैं.
माहेश्वरी कुंड मुनस्यारी आने वाल टूरिस्ट्स के बीच बहुत लोकप्रिय है. यहां आने वाले लोग खासतौर पर इस तालाब को देखने आते हैं.
मुनस्यारी से 15 किमी दूर मां कालिका देवी का कालामुनी मंदिर है. यह मंदिर समुद्र तल से 9500 फीट की ऊंचाई पर है.