पटना: बिहार की राजधानी पटना की तेज तर्रार कहलाने वाली पटना पुलिस की कलई तब खुल गई जब कुख्यात लुटेरा रवि गुप्ता उर्फ रवि पेशेंट को जेल से पेशी के लिए सिविल कोर्ट लाया गया था और कोर्ट परिसर से पिस्टल के बल पर उसने अपने साथ एक और अपराधी को भगा ले जाता है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह वही रवि गुप्ता है जिसके खिलाफ लूट, डकैती, हत्या जैसे 16 से अधिक मामले दर्ज हैं. यह पटना शहर के ठीक बीच स्थित राजीव नगर इलाके के पंचवटी रत्नालय से दिनदहाड़े 15 मिनट में पांच करोड़ का सोना लूटकर फरार हो गया था. उसे गिरफ्तार करने के लिए पटना की तेज तर्रार पुलिस के पसीने छूट गए थे.


दरअसल, रवि गुप्ता और अन्य मामले में गिरफ्तार आशीष राय को पेशी के लिए पटना सिविल कोर्ट लाया गया था, जहां भागने के लिए पहले से तैयारी हो चुकी थी. इसी बीच पेट की भूख मिटाने के नाम पर मटन चावल भी होटल में खाया.


इसका फायदा उठाकर कुख्यात रवि को उसके साथियों ने पिस्टल थमा दिया और शौच जाने के नाम पर पुलिस को गन प्वॉइंट पर लेकर ईंट से वार कर पुलिस को घायल कर दिया. दोनों अपराधी दीवार फांदकर पूरी प्लानिंग के तहत मोटसाइकिल पर बैठकर फरार हो गए.


घटना की जानकारी मिलते ही टाउन डीएसपी समेत तमाम आला अधिकारी कोर्ट परिसर पहुंचे, जहां घटनास्थल से एक मैगजीन, चार जिंदा कारतूस, एक जैकेट और मिट्टी से सनी हथकड़ी के साथ रस्सी बरामद किया गया. इससे यह साबित हो गया कि अपराधी पूरी प्लानिंग के साथ इस घटना को अंजाम दिया. इस पूरे मामले में पुलिस के अधिकारी कुछ भी बताने से पीछे हटते रहे, लेकिन इस घटना के बाद पटना पुलिस पर बड़े सवाल खड़े होने लगे हैं. इसका जवाब किसी के पास नहीं है.