आईआईटी बॉम्बे से स्नातक गौरांग दास एक माइंडफुल मेडिटेशन विशेषज्ञ, स्थिरता अधिवक्ता और सामाजिक कल्याण उत्प्रेरक हैं. वह इस्कॉन के गवर्निंग बॉडी कमीशन में काम करते हैं और ऋषिहुड यूनिवर्सिटी के संस्थापक बोर्ड के सदस्य भी हैं.
"बाहरी मान्यता आपको अस्थायी खुशी दे सकती है, लेकिन आत्म-स्वीकृति आपको स्थायी संतुष्टि देती है."
"हर संघर्ष, हर सफलता और हर असफलता के पीछे कोई न कोई कारण जरूर होता है. अपने रास्ते पर भरोसा रखें. आपको अंततः कारण समझ में आ जाएगा."
"हर किसी में प्रतिभा होती है. फिर भी, जब तक उस प्रतिभा को अनुशासन की आग में नहीं झोंका जाता, तब तक उसका रूपांतरण नहीं हो सकता."
"जिस तरह एक पक्षी अपने पैर में पत्थर बांधकर उड़ नहीं सकता, उसी तरह आप तब तक सही मायने में उड़ नहीं सकते जब तक आप उस चीज को छोड़ नहीं देते जो आपको नीचे गिरा रही है."
"सच्ची ताकत सिर्फ मुश्किल समय में साहसी बनना नहीं है; बल्कि जरूरत पड़ने पर दूसरों से मदद मांगना भी है."
"जीवन के युद्धक्षेत्र में, अर्जुन हमें याद दिलाता है कि सच्चा साहस केवल हथियारों पर नियंत्रण रखने में ही नहीं, बल्कि मन पर नियंत्रण रखने में भी निहित है."
"जब जीवन आपसे कहता है, 'हार मान लो.' वह भगवान कृष्ण में आपका विश्वास ही है जो कहता है, 'चलते रहो'."
"असफलताओं से कभी भी अपना दिल टूटने न दें और सफलता को अपने दिमाग पर हावी न होने दें."