पैरों का ठंडा रहना ना करें नजरअंदाज, बढ़ते कोलेस्ट्रॉल का हो सकता है संकेत

Manpreet Singh
Jul 18, 2024

हमारे शरीर में दो प्रकार के कोलेस्ट्रॉल मौजूद होते है, एक गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) और दूसरा बेड कोलेस्ट्रॉल (LDL).

बेड कोलेस्ट्रॉल के सस्तर के बढ़ने से शरीर की नसे जमने लगती है और ब्लॉकेज का कारण बन सकती है.

इसकी वजह से हार्ट अटैक, स्ट्रोक और कोरोनरी हार्ट डिजीज जैसी कई बीमारियां का जोखिम बढ़ सकता है.

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर शरीर में कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं, और कुछ लक्षण पैरों पर भी नज़र आने लगते है, यहां जाने.

पैरों में दर्द और ऐंठन

जब पैरों की धमनियों में कोलेस्ट्रॉल जम जाता है, तब खून का प्रवाह बाधित हो जाता है. इसके कारण पैरों में दर्द और ऐंठन रहने लगती है.

पैरों की त्वचा का रंग बदलना

हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से अक्सर पैरों की त्वचा का रंग बदलने लगता है. ऐसा इसलिए क्योंकि हाई कोलेस्ट्रॉल के दौरान शरीर के निचले हिस्से तक रक्त का प्रवाह अच्छे से नहीं हो पता.

पैरों के तलवों का ठंडा रहना

ठण्ड की वजह से पैरों का ठंडा रहना एक अलग बात है लेकिन हर समय पैर ठन्डे रहना हाई कोलेस्ट्रॉल का संकेत हो सकता है.

पैरों में सुन्नपन

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने कि वजह से ब्लड फ्लो पैरों तक नहीं हो पाता जिसकी वजह से पैरों में सुन्नपन और झनझनाहट रहती है.

घाव भरने में देरी

शरीर में हाई कोलेस्ट्रॉल रहने की वजह से हाथों-पैरों के घाव को भरने में वक़्त लग सकता है.

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