सतयुग से चली आ रही हैं परंपराएं और अगले युगों तक भी चलती रहेंगी!
Zee Media Bureau
Jul 15, 2023
Satyug Rituals in Hindi:
सतयुग को वो युग माना जाता है जब धरती पर पाप की मात्रा बेहद कम थी और यह युग सत्य, तप, यज्ञ और दान का युग होता था.
Satyug Traditions in Hindi:
सतयुग के दौरान कई परंपराओं का उदय हुआ, और कई परंपराएं आज तक चली आ रही हैं. आइए जानते हैं इन परंपराओं के बारे में.
गंगा आरती (Ganga Aarti)
यह आरती मां गंगा के तट पर सूर्यास्त के बाद होती है और कहा जाता है कि गंगा आरती के दौरान मन में बसी किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा मां गंगा के तट पर समाप्त हो जाती है.
गंगा स्नान (Ganga Snaan)
गंगा स्नान लोगों को जन्म, जीवन और मृत्यु के दुष्चक्र से छुटकारा दिलाने में मदद करता है और इस प्रकार से यह मोक्ष (मुक्ति) प्रदान करता है.
रथ यात्रा (Rath Yatra)
आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को जगन्नाथ रथ यात्रा निकाली जाती है और इस दौरान भगवान जगन्नाथ को गुंडिचा माता के मंदिर लेकर जाया जाता है, जहां भगवान 7 दिनों तक विश्राम करते हैं.
तुलसी पूजन (Tulsi Pujan)
तुलसी पूजा से परिवार में समृद्धि और खुशहाली आती है. यह मोक्ष प्राप्त करने और पापों को कम करने में मदद करता है. इससे देव दोष भी कम होता है.
हवन (Hawan)
आप हवन करके किसी भी देवता की पूजा कर सकते हैं. हवन से मंत्रों की आहुतियां अग्नि देव के माध्यम से सीधे भगवान तक पहुंचती हैं.