नवरात्रि के हर दिन का होता है अलग रंग, जानें लिस्ट और रंगों के महत्व
Raj Rani
Oct 01, 2024
नवरात्रि की शुरुआत घटस्थापना की रस्म से होती है. इस दिन भक्त शैलपुत्री माता की पूजा करते हैं, जो पर्वत की पुत्री देवी पार्वती हैं और इस नवरात्रि दिवस का रंग पीला है.
नवरात्रि का दूसरा दिन देवी ब्रह्मचारिणी को समर्पित है जो देवी पार्वती के अविवाहित रूप का प्रतिनिधित्व करती हैं. उन्होंने भगवान शिव और अपने पति को पाने के लिए कठोर तपस्या की थी इसलिए इस नवरात्रि के दिन का रंग सफेद है.
तीसरे दिन चंद्रघंटा के रूप की पूजा की जाती है और वह देवी पार्वती के विवाहित रूप का प्रतिनिधित्व करती हैं. इस दिन का रंग ग्रे है.
नवरात्रि का चौथा दिन ब्रह्मांड की रचयिता देवी कुष्मांडा को समर्पित है. इस नवरात्रि का रंग भूरा है.
स्कंदमाता देवी दुर्गा का पांचवा रूप है जो दो संस्कृत शब्दों से मिलकर बना है- स्कंद (युद्ध के देवता) और माता, मुरुगन की मां. इस दिन का रंग लाल है.
देवी दुर्गा का छठा रूप कात्यायनी है. वह दुर्गा के उग्र रूप से जुड़ी हुई है और इस दिन का रंग नारंगी है.
नवरात्रि का सातवां स्वरूप देवी कालरात्रि को समर्पित है. उन्हें देवी दुर्गा के विनाशकारी रूपों में से एक माना जाता है. उन्हें काली, भद्रकाली, चंडी और चामुंडा के नाम से भी जाना जाता है. इस नवरात्रि का रंग रॉयल ब्लू है.
महागौरी देवी दुर्गा का आठवां रूप है, जिनकी पूजा अष्टमी तिथि को की जाती है. महागौरी का अर्थ है जो अत्यंत श्वेत है जो उनके रंग और सुंदरता को दर्शाता है. इस नवरात्रि का रंग गुलाबी है.
देवी दुर्गा का नौवां रूप मां सियोद्धिदात्री है जिसका अर्थ है अलौकिक शक्ति और ध्यान शक्तियों की दाता. इस नवरात्रि का रंग हरा है.
Disclaimer
लेख में दी जानकारी सामान्य मानयताओं पर आधारित है. ZeePHH इसकी पुष्टि नहीं करता है.