शरीर और ब्रेन के लिएि कैल्शियम बेहद जरूरी है. इसका महत्व बढ़ती उम्र में पता चलता है. कैल्शियम का सीधा संबंध हमारी दांतों, मसल्स, हड्डियों और नर्वस सिस्टम से है.
यह मसल्स मूवमेंट, नर्व्स के जरिए ब्रेन और शरीर के दूसरे अंगों के बीच मैसेज पहुंचाने में मदद करता है. कैल्शियम पूरे शरीर में ब्लड को एक जगह से दूसरे जगह तक पहुंचाने में ब्लड बेसल की मदद करता है.
राष्ट्रीय पोषण निगरानी ब्यूरो की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय आबादी का एक बड़ा हिस्सा कैल्शियम की कमी से पीड़ित है. ग्रामीण और शहरी आबादी को मिलाकर 50 फीसद से ज्यादा लोगों को कैल्शियम की कमी है.
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कैल्शियम की कमी की वजह से सबसे ज्यादा महिलाएं, खासकर (प्रेग्नेंट महिला) पीड़ित हैं. इसके अलावा बच्चें और बुजुर्गों में कैल्शियम की कमी पाई गई है.
कैल्शियम का सीधा संबंध विटामिन डी की डेफिशेंसी से भी जुड़ा है. देश में शहरीकरण और बढ़ती इनडोर गतिविधियों की वजह से लोगों को सूरज का एक्सपोजर कम हो रहा है, जिससे विटामिन डी की कमी हो रही है. आइए जानते हैं कि कैल्शियम कम होने पर शरीर में कौन-कौन से लक्षण दिखाई देते हैं.
जब हमारे शरीर में कैल्शियम की कमी होता है, तो ऐसे में कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं, जब शरीर में कैल्शियम कम होता है, तो थकान और कमजोरी महसूस होने लगता है. जिससे आपको किसी भी काम में मन नहीं लगता है.
शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर मसल्स में बार-बार क्रैम्प होने लगता है. जिससे दर्द भी तेज होता है. मसल्स क्रैंप ज्यादातर हाथों और हाथों में होता है.
शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर हाथ और पैरों में झुनझुनी जैसी समस्या पैदा होती है. इसके अलावा नाखून कमजोर और नाजुक होते हैं. वहीं, कैल्शियम की कमी होने पर दांतों में सड़न, दांत का कमजोर होना और मसूड़ों की बीमारी जैसी समस्या हो सकती है.
कैल्शियम की कमी होने पर चिड़चिड़ापन, चिंता और अवसाद जैसी समस्या हो सकती है. आपके शरीर में लंबे वक्त तक कैल्शियम की कमी मूड और इमोशन्स को प्रभावित करती है.
शरीर में लंबे वक्त तक कैल्शियम की कमी होने पर ऑस्टियोपोरोसिस या ऑस्टियोचपीनिया जैसी बीमारी को पैदा कर सकती है, जिसकी वजह सो हड्डियां खोखली हो सकती है.
शरीर में कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए अपने डायट में उन आहारों का शामिल करें, जो कैल्शियम से भरपूर हों. जैसे- दूध और डेयरी के उत्पादों में कैल्शियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है.
यहां, दी गई जानकारी सीनियर आर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर आंचल शर्मा से बातचीत पर आधारित है. अगर आपके शरीर में ऐसी कोई भी लक्षण दिखाई दें, तो फौरन डॉक्टर से दिखाएं.