इंसुलिन रजिस्टेंस तब होता है जब आपकी मांसपेशियों, वसा और लिवर की सेल्स इंसुलिन के प्रति अच्छी प्रतिक्रिया नहीं देती हैं और आपके रक्त से ग्लूकोज आसानी से नहीं ले पाते हैं.
अधिक तनाव और थकावट का अनुभव करना, जो अक्सर इंसुलिन रेजिस्टेंस का संकेत हो सकता है.
तेजी से वजन बढ़ना या अत्यधिक मोटापा इंसुलिन रेजिस्टेंस के लक्षण हो सकते हैं.
तेजी से भूख और प्यास का अनुभव करना, खासकर अपर्याप्त खाने के बाद, यह भी इंसुलिन रेजिस्टेंस के संकेत हो सकते हैं.
हाई ब्लड प्रेशर का सामना करना, जो कि इंसुलिन रेजिस्टेंस के एक संभावित परिणाम हो सकता है.
शरीर पर चर्बी आना, खासकर पेट के आसपास, भी इंसुलिन रेजिस्टेंस का एक लक्षण हो सकता है.
कंट्रोल डाइट के बावजूद भी ब्लड शुगर के स्तर में उतार-चढ़ाव अनुभव करना.
लंबे वक्त तक इंसुलिन रजिस्टेंस की समस्या होने पर डायबिटीज, पीरियड्स का गड़बड़ होना, दिल से जुड़ी दिक्कतें और ओबेसिटी हो सकती है.
अगर आपको ऊपर बताए गए लक्षण दिखते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और टेस्ट कराएं
इंसुलिन रजिस्टेंस को लाइफस्टाइल मैंटेन करके सही किया जा सकता है. लेकिन, इस कंडीशन में डॉक्टर की सलाह जरूरी है.