पुराने जमाने में ऊंचे बिस्तर और गद्दे नहीं होते थे, तो सभी लोग जमीन पर चटाई बिछाकर सोते थे. अभी बहुत ऐसे लोग फर्श पर सोना पसंद करते हैं.
फर्श पर सोने का मतलब सीधे जमीन पर सोना नहीं है. आप एक चटाई या गद्दे का उपयोग कर सकते हैं. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि फर्श पर सोने से क्या-क्या फायदे होते हैं. आइए जानते हैं.
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर एंड स्ट्रोक के एक रिपोर्ट के मुताबिक, पीठ की दर्द जूझ रहे लोगों को फर्श पर सोना चाहिए.
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के पीठ दर्द का अनुभव होना आम बात है. इस दौरान महिलाएं गद्दे पर सोना पसंद करती है, लेकिन प्रग्नेंट महिलाओं को फर्श पर सोना चाहिए, इससे उनकी पीठ की समस्या कम हो सकती है.
अगर आप गर्दन की दर्द से जूझ रहे हैं, तो आपको फर्श पर सोना चाहिए. क्योंकि फर्श पर सोने गर्दन में दर्द नहीं होता है.
अगर आप को बिस्तर पर सोने से नींद खराब होती है, तो ऐसे में आपको जमीन पर सोना की आदत डालें. हालांकि, कुछ दिन तक आपको अजीब लेगगा लेकिन बाद में शरीर समायोजित हो जाता है.
कई बार लोग गर्दन पर एक से ज्यादा तकिए रखकर सोते हैं. ऐसे में उन्हें सिर दर्द की समस्या हो सकती है. ऐसे लोगों को फर्श पर पतला तकिया लगाकर सोना चाहिए.
जमीन पर सोने से कंधे और कूल्हे की मांसपेशियों को आराम मिलता है.
जमीन पर सोने की वजह से शरीर का पोस्चर सही रहता है. क्योंकि फर्श पर सोने से रीढ़ को सीधा रखना आसान हो सकता है, क्योंकि नरम गद्दा शरीर को सीधा रहने नहीं देता.
अगर आप गर्मी के मौसम में बढ़ते तापमान से परेशान हैं तो आपको फर्श पर सोना चाहिए. क्योंकि फर्श बहुत ठंडा होता है, जो आपको ठंडक देता है.
यहां दी गई जानकारी बुजुर्गों से बातचीत पर आधारित है. अगर आप इनमें बताई गई किसी भी समस्या से परेशान हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें.