पटना आसरा गृह: डॉक्टर का बयान, 'लड़कियों को मौत के बाद लाया गया PMCH'
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पटना आसरा गृह: डॉक्टर का बयान, 'लड़कियों को मौत के बाद लाया गया PMCH'

मौत की कारण का पता अब तक नहीं चल पाया है और कई ऐसे सवाल है जिसे लेकर मामला संदेह के घेरे में है.

इस आसरा गृह में मानसिक तौर पर बीमार युवतियों को रखा जाता है. (फाइल फोटो)

पटनापटना के राजीव नगर आसरा गृह की दो युवतियों की संदेहास्पद स्थिति में हुई मौत को लेकर प्रशासन गंभीर हो गई है. मौत की कारण का पता अब तक नहीं चल पाया है और कई ऐसे सवाल है जिसे लेकर मामला संदेह के घेरे में है.

एक युवती का पोस्टमार्टम हो चुका है जबकि दूसरी युवती का पोस्टमार्टम मेडिकल जांच टीम की निगरानी में किया जाएगा, सिविल सर्जन के नेतृत्व में जांच दल का गठन किया जा रहा है. आपको बता दें कि यहां मानसिक तौर पर बीमार युवतियों को रखा जाता है. 

शुक्रवार की रात दो युवतियों को गंभीर स्थिति में पीएमसीएच लाया गया लेकिन चिकित्सकों का कहना है कि दोनों की मृत्यु पहले ही हो चुकी थी और मृत स्थिति अस्पताल लाई गई थी. शनिवार को एक शव का पोस्टमार्टम हुआ लेकिन मामला रविवार को मीडिया के सामने आया. 

पीरबहोर थाना में पूछताछ के बाद जिलाधिकारी और एसएसपी ने बताया की मामले की जांच पड़ताल की जा रही है. कुछ लोगों को पूछताछ के लिए आसरा गृह से बुलाया गया और तीन घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की गई. इस मामले को लेकर सिविल सर्जन के नेतृत्व में मेडिकल जांच दाल का गठन किया गया है जो पूरे मामले की तहकीकात करेगी और बीमारी, मौत सम्बंधित और रिपोर्ट प्रशाशन को सौंपा जाएगा. 

शुक्रवार को जब पुलिस ने छापा मारा था तो आसरा गृह में कुल 75 लड़कियां मौजूद थीं. लेकिन दो लड़कियों की मौत कैसे हुई इसकी फिलहाल जानकारी नहीं मिली है. मृतक लड़कियों में एक की उम्र 15 से 17 साल है तो दूसरी 35 वर्ष के आसपास की है. 

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि एडीसीपी दिलीप कुमार कामत को इस घटना की जानकारी थी लेकिन फिर भी युवतियों की मौत की जानकारी किसी उच्च पदाधिकारी को नहीं दी गई. फिलहाल पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है .