मैं लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने का समर्थक: नीतीश कुमार
Advertisement

मैं लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने का समर्थक: नीतीश कुमार

इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बजट सत्र की शुरुआत में अभिभाषण के दौरान राज्य विधानासभाओं के और लोकसभा के चुनाव एकसाथ कराने की वकालत करते हुए कहा कि इस विषय पर चर्चा और संवाद बढ़ना चाहिए तथा सभी राजनीतिक दलों के बीच सहमति बनाई जानी चाहिए.

नीतीश कुमार (फोटो: ANI)

नई दिल्‍ली: सरकार की लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने के विचार का बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने समर्थन किया है. उन्‍होंने कहा कि मैं बहुत पहले से इस विचार का समर्थक हूं. यदि एक साथ चुनाव होगा तो खर्च कम होगा और निर्वाचित सरकार को काम करने का अधिक वक्‍त मिलेगा. हालांकि इसके क्रियान्‍वयन के लिए सबकी सहमति की जरूरत है.

  1. राष्‍ट्रपति ने बजट सत्र की शुरुआत में एक साथ चुनाव कराने की बात कही
  2. उससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह ने भी यह बात कही
  3. नीतीश ने कहा कि इस मसले पर सर्वसम्‍मति बनाए जाने की जरूरत

राष्‍ट्रपति और प्रधानमंत्री ने की वकालत
इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बजट सत्र की शुरुआत में अभिभाषण के दौरान राज्य विधानासभाओं के और लोकसभा के चुनाव एकसाथ कराने की वकालत करते हुए कहा कि इस विषय पर चर्चा और संवाद बढ़ना चाहिए तथा सभी राजनीतिक दलों के बीच सहमति बनाई जानी चाहिए. संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि देश में सुशासन के प्रति सजग लोगों में देश के किसी न किसी हिस्से में लगातार हो रहे चुनाव से अर्थव्यवस्था और विकास पर पड़ने वाले विपरीत प्रभाव को लेकर चिंता है.

 आर्थिक बोझ कम होगा
उन्होंने कहा कि बार-बार चुनाव होने से मानव संसाधन पर बोझ तो बढ़ता ही है, आचार संहिता लागू होने से देश की विकास प्रक्रिया भी बाधित होती है. इसलिए एकसाथ चुनाव कराने के विषय पर चर्चा और संवाद बढ़ना चाहिए तथा सभी राजनीतिक दलों के बीच सहमति बनाई जानी चाहिए. बजट सत्र के प्रथम दिन अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति ने सभी दलों का आह्वान किया कि राष्ट्र निर्माण एक अनवरत प्रक्रिया है, जिसमें देश के हर व्यक्ति की अपनी-अपनी भूमिका है.

एकसाथ चुनाव कराने के लिए राजनीतिक दलों में सहमति बननी चाहिए : राष्ट्रपति

कोविंद ने कहा, ‘हम सभी का कर्त्तव्य है कि देश के सम्मुख अनुकरणीय आचरण प्रस्तुत करें. राष्ट्र निर्माण से जुड़े लक्ष्य समय पर पूरे हों, यह दायित्व हम सभी का है.’ राष्ट्रपति ने कहा कि 2022 में जब हमारा देश स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने का पर्व मनाएगा तब तक इन लक्ष्यों की प्राप्ति न सिर्फ स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्र निर्माताओं के सपने को पूरा करेगी बल्कि नए भारत का आधार भी मजबूत करेगी.

इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्‍ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कह चुके हैं कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ हों. प्रधानमंत्री ने हाल में यह बात कही. अमित शाह ने भी कुछ समय पहले जयपुर में कहा कि भाजपा की यह मान्यता है ही ,सरकार की भी मान्यता है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस विषय को सभी दलों के सामने रखा है , इस पर सार्वजनिक बहस करके चुनाव आयोग के पास सभी दलों को जाना चाहिए.

Trending news