झारखंड : खादी ग्रामोद्योग से जुड़ कर आत्मनिर्भर हो रही हैं महिलाएं
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झारखंड : खादी ग्रामोद्योग से जुड़ कर आत्मनिर्भर हो रही हैं महिलाएं

गढ़वा में खादी ग्रामोद्योग शाखा में महिलाओं को करघा चलाने के साथ-साथ सूत कातने की ट्रेनिंग दी गई. इस ट्रेनिंग से अब महिलाओं को रोजगार मिल रहा है.

झारखंड : खादी ग्रामोद्योग से जुड़ कर आत्मनिर्भर हो रही हैं महिलाएं

रांची : रघुवर सरकार के प्रयास से गढ़वा में खादी के जरिए महिलाओं को रोजगार मिला है. ग्रामीण महिलाओं को पहले खादी ग्रामोद्योग सेंटर में ट्रेनिंग दी गई. ट्रेनिंग लेने के बाद महिलाएं खुद का काम कर रही हैं और आत्मनिर्भर हो रही हैं. गढ़वा में खादी ग्रामोद्योग शाखा में महिलाओं को करघा चलाने के साथ-साथ सूत कातने की ट्रेनिंग दी गई. इस ट्रेनिंग से अब महिलाओं को रोजगार मिल रहा है. सरकार ने सब्सिडी पर महिलाओं को करघा मशीन दी है.

खादी ग्रामोद्योग शाखा में सूत काटने से अच्छी कमाई भी हो रही है. महिलाओं की मानें तो घर का सारा काम खत्म करने के बाद वे इस प्रशिक्षण केंद्र में आती हैं और करघा चलाकर सूत कातती हैं. सूत काटने के लिए महिलाओं को खादी ग्रामोद्योग की तरफ से ढाई सौ रुपए मेहनताना मिलता है. यह पैसा महिलाओं के खाते में डाला जाता है. महिलाओं को अब इस काम में मजा भी आने लगा है. 

खादी बोर्ड सेंटर के प्रभारी रमेश कुमार ने बताया कि सेंटर से लगातार महिलाएं जुड़ रही हैं. यहां महिलाएं काम सीख रही हैं और उनका बैंक बैलेंस भी बन रहा है. रघुवर सरकार झारखंड के विकास में आधी आबादी को पूरा हक देने की कोशिश में जुटी है. इसके लिए ग्रामीण महिलाओं को हुनरमंद बनाया जा रहा है, जिससे वे खुद कमा सकें और अपने परिवार का खर्च उठा सकें. इस तरह से महिलाओं में आत्मविश्वास भी बढ़ रहा है.