भारत बंद: मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी में प्रभावित हुआ करोड़ों का कारोबार
Advertisement

भारत बंद: मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी में प्रभावित हुआ करोड़ों का कारोबार

आधे दिन तक स्थानीय मंडियां और बाजार बंद रखने की कांग्रेस की अपील को करीब 110 कारोबारी संगठनों ने अपना समर्थन दिया.

फोटो साभार : ANI

इंदौरः पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ती कीमतों के विरोध में कांग्रेस के आह्वान पर सोमवार को यहां प्रमुख मंडियों और बाजारों में आधे दिन कारोबार ठप रहा. इससे इंदौर में करोड़ों के कारोबार पर असर पड़ा. अहिल्या चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल ने न्यूज एजेंसी "भाषा" को बताया कि आधे दिन तक स्थानीय मंडियां और बाजार बंद रखने की कांग्रेस की अपील को करीब 110 कारोबारी संगठनों ने अपना समर्थन दिया. उन्होंने बताया, "आधे दिन के बंद के दौरान किराना जिंसों, अनाजों, दाल-दलहनों, जेवरात, बर्तनों, लोहा उत्पादों, कपड़ों आदि सामान के प्रमुख कारोबारी केंद्र नहीं खुले." 

मध्यप्रदेश में 'भारत बंद' के दौरान हिंसक प्रदर्शन, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने की तोड़फोड़

पेट्रोल पम्प भी 9 से 12 बजे तक बंद
शहर के सामान्य जन-जीवन पर भी बंद का असर नजर आया. कई शैक्षणिक संस्थान सोमवार को नहीं खुले. पेट्रोल पम्प भी सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक बंद रहे. राजबाड़ा क्षेत्र से जाने वाली सिटी बसों (शहरी लोक परिवहन वाहन) को रोकने के लिये कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर लेट गये. कुछ देर बाद इन्हें पुलिस ने वहां से हटाया. वहीं मध्य प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी बंद का व्यापक असर देखा गया.

SC/ST ACT : सवर्णों का भारत बंद आज, मध्‍यप्रदेश समेत देश के इन शहरों में दिख रहा सबसे ज्‍यादा असर

स्कूल-कॉलेजों की छुट्टी
बता दें इंदौर में कांग्रेस द्वारा बंद के आह्वान के बाद जहां एक ओर स्कूलें बंद रहीं तो वहीं देवी अहिल्या बाई विश्वविद्यालय की भी कई परीक्षाएं स्थगित कर दी गईं. प्रदेश में राजनीतिक पार्टियों के साथ ही बड़े-छोटे व्यापारिक संगठनों ने भी बंद का खुलकर समर्थन किया है. जिसकी वजह से कारोबारी संगठनों को भारी नुकसान हुआ है. (इनपुटः भाषा)

Trending news