नक्सलियों से लोहा लेने वाली CRPF महिला अफसर फर्जी FB प्रोफाइल से हैं परेशान
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नक्सलियों से लोहा लेने वाली CRPF महिला अफसर फर्जी FB प्रोफाइल से हैं परेशान

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र की पहली महिला सीआरपीएफ अधिकारी उषा किरण इन दिनों फेसबुक पर उनकी फर्जी प्रोफाइल बनाए जाने से परेशान हैं.

बस्तर क्षेत्र की पहली महिला CRPF अधिकारी है उषा किरण (प्रतीकात्मक फोटो)

जगदलपुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र की पहली महिला सीआरपीएफ अधिकारी उषा किरण इन दिनों फेसबुक पर उनकी फर्जी प्रोफाइल बनाए जाने से परेशान हैं. ऐसा चार बार हो चुका है. वह अब साइबर सेल में शिकायत करने जा रही हैं. उषा किरण ने तीन बार तो फेसबुक प्रबंधन से शिकायत कर उसे हटवाया, लेकिन शनिवार को किसी अज्ञात शख्स ने यह हरकत दोहरा दी. इससे महिला अफसर हैरान और परेशान हैं.

  1. महिला सीआरपीएफ अधिकारी फर्जी एफबी अकाउंट से परेशान
  2. 4 बार बनाया जा चुका है महिला CRPF अफसर का फर्जी अकाउंट
  3. बस्तर क्षेत्र की पहली महिला सीआरपीएफ अधिकारी है उषा किरण

उन्होंने कहा कि फर्जी प्रोफाइल बनाने वाले व्यक्ति ने उनके कई फोटोग्राफ का इस्तेमाल किया है. कई फोटोग्राफ्स में वह वर्दी पहने हुई हैं. उनका कहना है कि ज्यादातर तस्वीरें सार्वजनिक स्थलों पर और आधिकारिक कार्यक्रमों के दौरान ली गई हैं. पहली व दूसरी बार जब उन्होंने अपनी प्रोफाइल फेसबुक पर देखी, तो उन्हें आश्चर्य हुआ. उन्होंने अपने फेसबुक मित्रों के माध्यम से रिपोर्ट कर उसे हटवाया.

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शनिवार को फिर नई प्रोफाइल देखकर उन्होंने अपने एफबी वॉल पर लिखा था, "आज ही मैं ड्यूटी से लौटी हूं और नेटवर्क जोन में आई हूं. आते ही मुझे फिर से फेसबुक पर अपनी एक नई फर्जी प्रोफाइल दिखाई दी. पता नहीं कोई महिला है या पुरुष, जो इस तरह की हरकत कर रहा है. जो भी है, उसका मानसिक संतुलन बिगड़ा हुआ लगता है. रातभर में इस फर्जी प्रोफाइल से 600 मित्र जुड़ चुके हैं."

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उषा किरण इन दिनों छुट्टी पर गुरुग्राम में हैं और उस अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने वाली हैं. वह बस्तर में तैनात सीआरपीएफ की 80वीं बटालियन में असिस्टेंट कमांडेंट के तौर पर ट्रेनिंग के दौरान अपनी सेवाएं दे चुकी हैं. उसके बाद वह 235 महिला बटालियन में शामिल हुईं. 

प्रशिक्षण के बीच उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष उग्रवाद प्रभावित राज्य जम्मू एवं कश्मीर या नक्सल प्रभावित बस्तर इलाके में काम करने की इच्छा जाहिर की थी. निदेशालय ने उन्हें बस्तर में नक्सल फ्रंट में सेवा देने की अनुमति दी है.

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