मध्यप्रदेश: चित्रकूट उपचुनाव में 65% मतदान, 12 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में बंद
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मध्यप्रदेश: चित्रकूट उपचुनाव में 65% मतदान, 12 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में बंद

निर्वाचन क्षेत्र में कुल 1,98,122 मतदाता पंजीकृत हैं. इनमें 1,06,390 पुरुष, 91,730 महिला और 2 थर्ड जेंडर शामिल हैं. मतदान के लिए कुल 257 मतदान केन्द्र बनाये गये थे, जिनमें 1,028 मतदान कर्मी तैनात किये गये थे.

मतदान के लिए कुल 257 मतदान केन्द्र बनाये गये हैं (प्रतीकात्मक तस्वीर)

सतना/भोपाल: मध्यप्रदेश के सतना जिले के चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए गुरुवार (9 नवंबर) को हुए मतदान में लगभग 65 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के भोपाल कार्यालय के जनसंपर्क अधिकारी प्रलय श्रीवास्तव के अनुसार, सुबह आठ बजे मतदान शुरू हो गया, और शाम तक जो सूचनाएं आई हैं, उसके मुताबिक 65 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर चुके थे. इस दौरान कहीं से भी गड़बड़ी की कोई सूचना नहीं मिली है. वहीं सूत्रों का कहना है कि, दो मतदान केंद्रों- बैराहना और बिछियन के मतदाताओं ने सड़क सहित अपनी अन्य समस्याओं को लेकर मतदान का बहिष्कार किया. देर शाम तक मतदाताओं को मनाने में प्रशासन लगा रहा. चित्रकूट उपचुनाव के लिए 257 मतदान केंद्र बनाए गए.

  1. कांग्रेस विधायक प्रेम सिंह (65) के निधन से खाली हुई थी सीट
  2. प्रेम सिंह इस सीट से 1998, 2003 एवं 2013 में विधायक रहे थे
  3. भाजपा और कांग्रेस के दोनों उम्मीदवार पहली बार लड़ रहे चुनाव

शाम पांच बजे तक चले मतदान में 12 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में बंद हो गया. यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस के नीलांशु चतुर्वेदी और भाजपा के शंकर दयाल त्रिपाठी के बीच है. चित्रकूट के विधानसभा क्षेत्र में एक लाख 98 हजार 122 मतदाता हैं. इनमें एक लाख छह हजार 390 पुरुष, 91 हजार 730 महिला और दो थर्ड जेंडर शामिल हैं. मतगणना रविवार (12 नवंबर) को होगी. आधिकारिक ब्यौरे के मुताबिक, चित्रकूट उपचुनाव में 385 ईवीएम के साथ 382 वीवीपैट मशीन भी लगाई गई. वीवीपैट से मतदाता यह देख सके कि उन्होंने जो वोट दिया है, वह सही है या नहीं. इसके लिए उन्हें सात सेकंड का समय मिला.

उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित इस विधानसभा क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए. सीमा को सील किया गया, वहीं केंद्रीय अर्धसैनिक बल की नौ कंपनियों ने निर्वाचन क्षेत्र में सुरक्षा का मोर्चा संभाला. मध्य प्रदेश एसएएफ कंपनी के अलावा स्थानीय पुलिस बल को भी क्षेत्र में तैनात किया गया. कांग्रेस विधायक प्रेम सिंह का निधन होने के चलते चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव हो रहा है. बीते तीन चुनाव से प्रेम सिंह ही जीतते आ रहे थे. इस उपचुनाव में कांग्रेस से यह सीट छीनने के लिए भाजपा ने पूरी ताकत झोंकी. नतीजे ही बताएंगे कि मतदाताओं ने किसे चुना. 

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोगों से मतदान में भाग लेने की अपील करते हुए सुबह ट्वीट किया, ‘‘अपने क्षेत्र के विकास व निर्माण के लिए आप उपयुक्त जनप्रतिनिधि चुनकर भागीदार बन सकते हैं. मतदान करना लोकोपकारी तो है ही, साथ ही यह देश सेवा का माध्यम भी है. मैं चित्रकूट के नागरिकों से आग्रह करता हूँ कि आप सब थोड़ा समय निकाल कर मतदान करने अवश्य जाएं.’’ कांग्रेस विधायक प्रेम सिंह (65) का इस वर्ष 29 मई को निधन होने के कारण यह सीट रिक्त हुई है. सिंह इस सीट से तीन बार वर्ष 1998, 2003 एवं 2013 में विधायक रहे.

इस बार, चित्रकूट विधानसभा सीट उपचुनाव के लिए सत्तारूढ़ भाजपा ने शंकर दयाल त्रिपाठी को अपना प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने नीलांशु चतुर्वेदी को चुनावी मैदान में उतारा है. दोनों नेता पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. इनके बीच कांटे की टक्कर है. इस सीट पर दो महिलाओं सहित कुल 12 उम्मीदवार मैदान में हैं.

देश के पहले मतदाता के स्वागत के लिए बिछा 'रेड कार्पेट'

कांग्रेस एवं भाजपा दोनों दलों ने अपने दिग्गज नेताओं को प्रचार में उतारा था, जिनमें मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह शामिल हैं.

निर्वाचन क्षेत्र में कुल 1,98,122 मतदाता पंजीकृत हैं. इनमें 1,06,390 पुरुष, 91,730 महिला और 2 थर्ड जेंडर शामिल हैं. मतदान के लिए कुल 257 मतदान केन्द्र बनाये गये हैं, जिनमें 1,028 मतदान कर्मी तैनात किये गये हैं.

चित्रकूट उपचुनाव में ईवीएम के साथ वीवीपीएटी मशीन भी लगाई गई हैं, ताकि मतदाता देख सके कि उन्होंने जो वोट दिया है, वह सही है या नहीं. अपना वोट देखने के लिए उन्हें सात सेकेंड का समय मिलता है.

चित्रकूट उपचुनाव में ईवीएम के साथ वीवीपीएटी मशीन भी लगाई गई हैं, ताकि मतदाता देख सके कि उन्होंने जो वोट दिया है, वह सही है या नहीं. अपना वोट देखने के लिए उन्हें सात सेकेंड का समय मिलता है.

(इनपुट एजेंसी से भी)

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