मध्यप्रदेश का एक ऐसा शहर जहां हिंदू-मुसलमान साथ मना रहे हैं गणेश चतुर्थी और मुहर्रम
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मध्यप्रदेश का एक ऐसा शहर जहां हिंदू-मुसलमान साथ मना रहे हैं गणेश चतुर्थी और मुहर्रम

गली के अंदर का नजारा भी निराला है जहां एक तरफ हिंदुओं का गणेश पंडाल है तो उसके बगल में ही मुस्लिम मोहर्रम मना रहे हैं. 

(फोटो साभारः DNA)

प्रशांत शुक्ला/सिवनीः बीते कई सालों से साम्प्रदायिक तनाव का दंश झेल रहे मध्य प्रदेश के सिवनी एक अच्छी खबर सामने आई है. यहां के मंगलीपेठ इलाके में रहने वाले लोग साम्प्रदायिक एकता की अनूठी मिसाल पेश कर रहे हैं. सिवनी के मंगलीपेठ इलाके में हिंदू और मुसलमान साथ मिलकर गणेश पूजा करते हैं और मुहर्रम भी साथ ही मनाते हैं. गली के बाहर बने गेट पर दोनों समुदाय के लोगों ने झंडे लगाए रखे हैं. गली के अंदर का नजारा भी निराला है जहां एक तरफ हिंदुओं का गणेश पंडाल है तो उसके बगल में ही मुस्लिम मोहर्रम मना रहे हैं. एक तरफ ढोल नगाड़ों की थाप में गणपति बप्पा मोरया की जयकार सुनाई देती है तो दूसरी तरफ मुस्लिम अपने रीति रिवाज से मोहर्रम मना रहे हैं.

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पंडाल के बगल में नमाज
यहां की खास बात ये भी है कि जब हिंदू पूजा करते हैं तो मुस्लिम समुदाय के लोग बज रहे अपने साउंड बंद कर उसमें शामिल हो जाते हैं और इसी तरह जब मुस्लिम धर्म के लोग मोहर्रम की दुआ, फातिया करते हैं तो हिंदू धर्म के लोग अपना लाउड स्पीकर व भक्ति संगीत बंद कर देते हैं. इतना ही नहीं गणेश जी के भंडारे और मुहर्रम के लंगर में भी दोनों समुदाय के लोग मिलकर एक साथ भोजन भी करते हैं. गुरुवार को भी यहां पहले गणेश आरती की गई जिसके बाद पंडाल के बगल में नमाज अता की गई.   

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हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश 
बता दें यहां के दोनों समुदाय एक दूसरे के पूजा अनुष्ठान में बराबर हिस्सा लेते हैं. इसके साथ ही बच्चों के रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाते हैं जिसमें दोनों ही समुदाय के बच्चे भाग लेते हैं. दोनों समुदाय के लोगों का कहना है कि इस तरह से कर के वे एक दूसरे के बीच भाई चारे और समाज में हिंदू मुस्लिम एकता का संदेश दे रहे हैं. इसके साथ ही हम चाहते हैं कि समाज में शांति और सौहार्द बना रहे इसलिए हम साथ ही त्यौहार मना रहे हैं.

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