MP: कर्ज के बोझ में दबे एक और किसान ने लगाया मौत को गले
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MP: कर्ज के बोझ में दबे एक और किसान ने लगाया मौत को गले

मध्य प्रदेश में किसानों द्वारा आत्महत्या करने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है.

परिजनों का कहना है कि मृतक काफी दिनों से कर्ज के चलते परेशान चल रहा था.(प्रतीकात्मक फोटो)

नई दिल्ली/भोपाल: मध्य प्रदेश में किसानों द्वारा आत्महत्या करने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है. खबर है कि मध्य प्रदेश के मंडला जिले में गुरुवार को एक किसान ने कथित रूप से कर्ज के बोझ तले दबे होने के कारण आत्महत्या कर ली. किसान के परिजनों का कहना है कि मृतक काफी दिनों से कर्ज के चलते परेशान चल रहा था. घटना की सूचना मिलते ही पुसिल ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया. इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले का पता चलेगा. 

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मंडला जिले के विकासखंड नैनपुर के ग्राम सालीवाड़ा के एक किसान सोहन लाल द्वारा कथित रूप से कर्ज के चलते आत्महत्या करने का मामला प्रकाश में आया है. मृतक किसान के बेटे मरावी ने कहा कि किसान काफी दिनों से परेशान था. उसने खाद व बीज के लिए करीब 8 हजार रुपए उधार ले रखे थे. परिजनो ने बताया कि जब सुबह सोहन लाल सोकर नही उठे तो, उन्होंने जाकर देखा. परिजनों ने बताया कि किसान अपने बिस्तर पर उल्टी किए हुए पड़ा था. परिजन किसान को उठाकर फौरन नैनपुर अस्पताल लाए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. 

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस का कहना है कि मृतक किसान की मौत किस कारण से हुई है, ये पीएम रिपोर्ट आने पर ही साफ होगा. वहीं तहसीलदार अनूप श्रीवास्तव का कहना है कि सोहन की मौत अधिक शराब के सेवन से हो सकती है. वहीं किसान के पुत्र का कहना है कि उसके पिता पर कर्ज था और वो परेशान थे.

आपको बता दें कि पिछले कई महीनों से मध्य प्रदेश में बड़ी संख्‍या में किसानों की खुदकुशी का सिलसिला जारी है. वहीं प्रदेश के प्रभारी मंत्री बालकृष्ण पाटीदार ने कुछ समय पहले किसानों की आत्‍महत्‍या को लेकर विवादित बयान दिया था. प्रदेश के प्रभारी मंत्री का कहना था कि किसान आत्महत्या करता है तो, इसका कारण वो खुद ही जानता है न कि सरकार.

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