MP: पिता ने बेटी के शादी के कार्ड पर अंकित कराया दहेज बंदी और शराब बंदी का संदेश
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MP: पिता ने बेटी के शादी के कार्ड पर अंकित कराया दहेज बंदी और शराब बंदी का संदेश

संत हरि गिरि महाराज का कहना है कि समाज में शराब बंदी पहले ही हो चुकी है और अब दहेज बंदी का भी पालन हो रहा है

बेटी की शादी में दहेज के खिलाफ अनोखी पहल

नई दिल्लीः चम्बल में अब बड़े बदलाव साफ़ देखने को मिल रहे हैं. यह बड़े बदलाव आ रहे हैं. चंबल में संत के नाम से विख्यात हरिगिरि महाराज के निर्देश पर यहां पहले मृत्युभोज, फिर शराबबंदी और अब दहेज़ बंदी का पालन गुर्जर समाज में शुरू हो गया है. संत हरि गिरि महाराज की प्रेरणा के बाद समाज के लोग बिना दहेज के बिटिया की विदाई को तैयार हैं. इसकी शुरूआत सहराना गांव में इन्द्र सिंह गुर्जर की बिटिया पूजा के विवाह से हो रही है. इंद्र सिंह अपनी बिटिया के विवाह में कोई दहेज नहीं दे रहे हैं. इसका प्रमाण बिटिया की शादी के लिए छपवाया गया कार्ड है. 

  1. शादी के कार्ड पर अंकित कराया शादी का खर्च
  2. कार्ड के जरिए की दहेज बंदी की अपील
  3. शादी में आने वालों को शराब पीकर आने की मनाही

संत हरिगिरि महाराज ने तय किया शादी का खर्च
पूजा के विवाह के कार्ड में संत हरि गिरि महाराज द्वारा तय किए गए खर्च का पूरा उल्लेख है. जिसमें लिखा गया है कि विवाह पढ़ने आने वाले पंडित जी को 1100 रुपए की दक्षिणा दी जाएगी. इसके अलावा थाली 5100 रुपए, लग्न 1100 रुपए, दरवाजा 1100 रुपए, भात 5100 रुपए, अंक माला 10 रुपए, टीका 50 रुपए, पान 1100 रुपए व पांच बर्तन और कूलर, अलमारी, पलंग प्रदान किए जा रहे हैं. बारात में केवल 100 बारातियों का सत्कार किया जाएगा. 

शादी के कार्ड पर लिखवाया - शादी में शराब पीकर न आएं
इन्द्र सिंह ने बताया कि उनकी बेटी पूजा की शादी 20 जून को अतेंद्र सिंह गुर्जर के साथ होने जा रही है और अपनी बेटी की शादी के कार्ड पर उन्होंने न केवल दहेज बंदी का उल्लेख है बल्कि शराबबंदी का का भी उल्लेख कराया है. कार्ड पर स्पष्ट रूप से नोट लिखा गया है कि कोई भी व्यक्ति शराब पीकर शादी समारोह में न आए. अंकित कराए गए इस नोट में बताया गया है कि यह आदेश संत हरि गिरि महाराज का है. साथ ही उनका कहना है कि समाज में शराब बंदी पहले ही हो चुकी है और अब दहेज बंदी का भी पालन हो रहा है.

बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं का संदेश
इंद्र सिंह ने बताया कि यह सब संत की कृपा से हुआ है. लड़की के पिता का कहना है कि पहले लड़कियों की शादी में लाखो रूपये खर्च कर दिए जाते थे. शादी में पैसा अधिक खर्च होने से लोग लड़कियों को बोझ समझते थे. लेकिन, अब जब लड़कियों की शादी में दहेज़ नहीं देना पड़ेगा तो लोगो की लड़कियों के प्रति सोच बदलेगी. पूजा के विवाह का शादी कार्ड बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की अपील भी कर रहा है. कार्ड के एक हिस्से में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और न दहेज लेंगे न दहेज देंगे की अपील की गई है. इसके अलावा एक शादी कार्ड पर छपा स्लोगन सब कुछ जाहिर कर रहा है। स्लोगन कुछ इस तरह है कि - 

"मृत्यु भोज और माला छूटी, खाना छूटा मेज पे। बाजे छूटे दारू छूटी, अब की चोट दहेज पे।।"

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