NHM संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से टीकाकरण अभियान प्रभावित! क्या सरकार मानेगी मांगें?
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NHM संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से टीकाकरण अभियान प्रभावित! क्या सरकार मानेगी मांगें?

Strike of NHM Contract Health Workers: मध्य प्रदेश में एनएचएम के संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से राज्य में टीकाकरण अभियान प्रभावित हो रहा है. अब देखते हैं क्या ऐसे में सरकार उनकी मांगों को पूरा करेगी?

Strike of NHM Contract Health Workers

प्रियांशु यादव/ग्वालियर: एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले 18 अप्रैल से ग्वालियर जिले के 778 कर्मचारियों द्वारा फूलबाग चौराहे पर अनिश्चितकालीन क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की गई है. दो प्रमुख मांगों को लेकर जिसमें आज आठवें दिन निधि राजावत नीतू नायक सुबह 10:00 बजे से क्रमिक भूख हड़ताल पर बेठे एवं साथ में जिले के अन्य सभी कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए क्योंकि शासन-प्रशासन द्वारा एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ हमेशा सौतेला व्यवहार किया जाता है एवं शासन-प्रशासन द्वारा लगातार वादाखिलाफी की जा रही है. जिससे कर्मचारियों में लगातार निराशा उत्पन्न हो रही है. 

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अभी कुछ माह पहले 15 दिसंबर से 3 जनवरी तक अनिश्चितकालीन हड़ताल की गई थी. उस दौरान माेननीय स्वास्थ्य मंत्री महोदय एवं विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के आश्वासन पर हड़ताल को 1 माह के लिए स्थगित किया गया था, लेकिन 3 माह से अधिक समय होने के बाद भी शासन प्रशासन द्वारा कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया गया. जिससे मजबूर होकर एक बार फिर प्रदेश के 32,000 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने 18 अप्रैल से क्रमिक भूख हड़ताल की शुरुआत की क्रमिक भूख हड़ताल के आज 8 दिन हो चुके हैं, लेकिन शासन प्रशासन की तरफ से अभी तक कोई वार्ता नहीं की गई है. ना ही सरकार के कोई जनप्रतिनिधि द्वारा संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों से मुलाकात की संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों दोनों प्रमुख मांगों का कोई निराकरण नहीं किया गया तो संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा और उग्र आंदोलन किया जाएगा एवं सभी जनों से पैदल मार्च निकालकर भोपाल भरो आंदोलन किया जाएगा. इस बीच में जो भी सो जाएं बाधित होंगी. जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी.

ये हैं दो प्रमुख मांगें
1. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मचारियों को विभाग में रिक्त पदों पर वरिष्ठता के आधार पर नियमित किया जाए. अन्य कर्मचारियों को 5 जून 2018 को सामान प्रशासन विभाग द्वारा पारित की गई नीति रेगुलर कर्मचारियों के समक्ष 90% वेतनमान तत्काल लागू किया जाए एवं सीएचओ कैडर को MLHP कैडर के तहत नियमित किया जाए.
2. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से हटाकर आउटसोर्स ठेका प्रथा में किए गए सपोर्ट स्टाफ कर्मचारियों को पुनः राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में मर्ज किया जाए अथवा विभाग के रिक्त पदों पर समायोजन किया जाए.

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