भिलाई स्टील प्लांट से नौकरी शुरू करने वाले अतुल श्रीवास्तव बने SAIL के नए निदेशक कार्मिक
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भिलाई स्टील प्लांट से नौकरी शुरू करने वाले अतुल श्रीवास्तव बने SAIL के नए निदेशक कार्मिक

अतुल श्रीवास्तव ने आईआईटी-कानपुर से मैकेनिकल इंजीनियर की पढ़ाई की है. इसके साथ ही उन्होंने मानव संसाधन प्रबंधन में स्नातकोत्तर उपाधिपत्र (पीजी डिप्लोमा) हासिल किया है. 

भिलाई स्टील प्लांट से नौकरी शुरू करने वाले अतुल श्रीवास्तव बने SAIL के नए निदेशक कार्मिक

नई दिल्लीः स्टील अथॉरिटी ऑफ इण्डिया लिमिटेड (सेल) के नए निदेशक (कार्मिक) अतुल श्रीवास्तव ने 12 मार्च, 2018 को कार्यभार ग्रहण किया. श्री श्रीवास्तव सेल के भिलाई इस्पात संयंत्र में 1985 में प्रबंधन प्रशिक्षु (तकनीकी) के रूप में सेल में शामिल हुए. सेल के निदेशक से पहले, वह सेल के दुर्गापुर इस्पात संयंत्र में कार्यपालक निदेशक (कार्मिक और प्रशासन) के पद पर थे. श्रीवास्तव ने आईआईटी-कानपुर से मैकेनिकल इंजीनियर की पढ़ाई की है. इसके साथ ही उन्होंने मानव संसाधन प्रबंधन में स्नातकोत्तर उपाधिपत्र (पीजी डिप्लोमा) हासिल किया है. 

श्रीवास्तव को निगमित और संयंत्र दोनों स्तरों पर मानव संसाधन से जुड़े मसलों जैसे मानव संसाधन नीति, मानव संसाधन योजना, मानव संसाधन/सांगठनिक प्रयास, निष्पादन प्रबंधन, कार्मिक नियुक्ति और आईआर प्रबंधन का 33 सालों से भी अधिक का अनुभव है.

आपको बता दें कि इस्पात बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी सेल के चेयरमैन पी के सिंह ने जनवरी 2018 का स्वागत करते हुए कर्मचारियों से कंपनी का घाटे से उबार कर लाभ में लाने के प्रयासों में पूरी तेजी से सहयोग की अपील की थी. कंपनी 2015-16 से घाटे में चल रही है. सिंह ने कर्मचारियों से कहा कि असफलता के डर से पार पाने के लिए हमें सुधारों की गति को और तेज करना होगा. उन्होंने कर्मचारियों को अपने काम की जिम्मेदारी तय करने और कंपनी के लिए एक नया भविष्य लिखने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सेल ने अपनी अधिकतर मुश्किलों से पार पा लिया है. हमें साहसिक फैसले लेने चाहिए और सामने आ रही रुकावटों को दूर करना चाहिए.

घाटे में चल रही है SAIL, दशा सुधारने के लिए चेयरमैन ने मांगी कर्मचारियों से मदद

सेल के चेयरमैन ने कहा था कि हमें अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए अपनी आंतरिक प्रक्रियाओं को संगठित करना होगा, प्रचालन को फिर से डिजाइन करना होगा, बाजार नीति में सुधार लाना होगा, वित्तीय व्यवस्था को बेहतर बनाना होगा तथा मानव संसाधन को लाभ में बदलना होगा. उन्होंने कहा, "हमने अपनी अधिकतर नई परियोजनाओं को चालू कर दिया है और बाकी परियोजनाएं जल्द ही चालू होने वाली हैं.”

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