प्रदेश में किसानों की हालत हर रोज खराब होती जा रही है. कहीं टमाटर के भाव को लेकर तो कहीं गेहूं में मिलावट को लेकर हर जगह किसान पिस रहा है.
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उज्जैन: प्रदेश में किसानों की हालत हर रोज खराब होती जा रही है. कहीं टमाटर के भाव को लेकर तो कहीं गेहूं में मिलावट को लेकर हर जगह किसान पिस रहा है. इसी का ताजा मामला मध्यप्रदेश के नीमच में देखने को मिला. नीमच की सबसे बड़ी प्याज मंडी में प्याज की खरीदी शुरू होने के बाद व्यापारियों की ऐश गई है तो किसानों की हालत पस्त है.
मंडी में व्यापारी गुटबाजी करके किसानों से मनमाने तरीके से भाव लगाकर बोली लगा रहे हैं. बोली की शुरुआत 50 पैसे से शुरू हुई और एक-दो रुपये पर जाकर खत्म हो रही है. व्यापारियों की इस हरकत से किसान गुस्साए हुए हैं. 50 पैसे शुरू हुई बोली ज्यादा से ज्यादा 5 से 6 रुपये पहुंच रही है. वहीं यही माल दो दिन पहले तक लगभग दो गुने दामों पर बिक रहा था.
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व्यापारियों ने मंडी में बिक्री शुरू होते प्याज के भावों में गिरावट कर दी है. किसानों का कुछ प्याज तो व्यापारी खरीद तक नहीं रहे हैं. वहीं अगर उन्हें खरीदने को कहा भी जाता है तो बोली 50 पैसे से शुरू हो रही है. गुस्साए किसानों ने मंडी कार्यालय का घेराव किया लेकिन संतोषजनक जवाब न मिलने पर उन्होंने इंदौर रोड पर चक्काजाम करके अपना गुस्सा जताया.