Petrol pump operators Strike : राजस्थान में 27 सूत्रीय मांगों को लेकर पेट्रोल पंप संचालकों का धरना, आलोक पांडा को सौंपा ज्ञापन
Advertisement

Petrol pump operators Strike : राजस्थान में 27 सूत्रीय मांगों को लेकर पेट्रोल पंप संचालकों का धरना, आलोक पांडा को सौंपा ज्ञापन

Petrol pump operators Strike : राजस्थान पैट्रॉल डीलर एसोसिएशन के महासचिव शशांक कोरानी ने बताया कि प्रदेशभर के पेट्रोल पंप संचालक पिछले लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर विरोध कर रहे हैं.

Petrol pump operators Strike : राजस्थान में 27 सूत्रीय मांगों को लेकर पेट्रोल पंप संचालकों का धरना, आलोक पांडा को सौंपा ज्ञापन

Petrol pump operators Strike in Rajasthan : डीलर मार्जिन बढ़ाने सहित 27 सूत्रीय मांगों को लेकर राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन की ओर से आज आदर्श नगर स्थित इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ऑफिस के सामने पेट्रोल पंप संचालकों ने धरना देकर तीनों तेल कंपनियों के स्टेट कोऑर्डिनेटर आलोक पांडा को ज्ञापन सौंपा गया.

राजस्थान पैट्रोल डीलर एसोसिएशन के महासचिव शशांक कोरानी ने बताया कि प्रदेशभर के पेट्रोल पंप संचालक पिछले लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर विरोध कर रहे हैं.

बावजूद इसके हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. हमारी मजबूरी है हमें हमारी मांगों को लेकर धरना देना पड़ रहा है. शशांक कोरानी ने बताया कि 2017 के बाद से पेट्रोल और डीजल बेचने पर उनका कमीशन नहीं बढ़ाया गया है.

जबकि पेट्रोल डीजल का न्यूनत्तम स्टॉक रखने के लिए डीलरों को जो निवेश करना होता है. वो महंगे दामों के चलते दोगुना हो चुका है. ऐसे में 60 से 70 रुपए में जब पेट्रोल मिला करता था और 45 से 50 रुपये में जब डीजल मिल रहा था. उस समय उन्हें जो कमीशन मिला करता था.

ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election : राजस्‍थान की सभी 25 सीटों पर कमल खिलेगा, आखिर क्या है गजेंद्र सिंह शेखावत के इस बयान का गणित

वहीं कमीशन पेट्रोल डीजल की कीमत 100 रुपये से ऊपर जाने पर मिल रहा है. जिससे मौजूदा समय में पेट्रोल पंप मालिकों को पेट्रोल बेचने पर 3.53रुपये प्रति लीटर तो डीजल बेचने पर 2.23 रुपये प्रति लीटर का कमीशन मिलता है. जिससे खर्चा निकल पाना भी मुश्किल हो गया है. डीलर को बिना उसके ऑडर के जबरन ल्यूब ऑयल नहीं दिया जाए.

डीलर को बिना उसके ऑडर के ब्रांडेड फ्यूल नहीं दिया जाए, क्योंकि ब्रांडेड फ्यूल की कीमत ज्यादा होने के चलते इसकी बिक्री ना के बराबर है. उन्होने कहा कि न्यूतम स्टॉक की सीमा समाप्त की जाए, क्योंकि इससे डीलर्स पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है उनका लाखो रूपये का स्टॉक सदैव पंप पर टैंक में रहता है.

Trending news