शिवसेना के आशीर्वाद उत्सव में हिस्सा लेने अयोध्या पहुंच चुके हैं हजारों शिवसैनिक.
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नई दिल्ली : उद्धव ठाकरे अपने परिवार के साथ अयोध्या में सरयू नदी किनारे आरती कर रहे हैं. उनके साथ उनकी पत्नी और बेटे मौजूद हैं. इससे पहले उन्होंने एक कार्यक्रम को संबोधित किया. उद्धव ठाकरे ने मराठी शब्दों से अपने भाषण की शुरुआत की. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मैं यहां सिर्फ भगवान राम के दर्शन करने आया हूं. अब मैं यहां बार-बार आऊंगा. इस देश का हर हिंदू चाहता है कि जहां भगवान राम का जन्मस्थल है, वहां मंदिर बनना चाहिए. आगे उन्होंने कहा कि याद उसे किया जाता है जिसे हम भूलते हैं. राम लला को हम कभी नहीं भूल सकते. हिंदुत्व हमारे खून में है. हमें आज मंदिर बनने की तारीख चाहिए.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं अयोध्या राजनीति करने नहीं आया हूं. अब इस मामले में हिंदू चुप नहीं रहेगा. उन्होंने कहा कि जैसे सरकार ने नोटबंदी का फैसला लिया, उसी तरह राम मंदिर बनाने का भी फैसला लिया जाना चाहिए.
#WATCH: Shiv Sena chief Uddhav Thackeray along with his son Aditya Thackeray offers prayer at Sarayu River in Ayodhya. Shiv Sena will hold an event in the city tomorrow over the matter of #RamTemple. pic.twitter.com/oJdSnVVwck
— ANI UP (@ANINewsUP) 24 November 2018
शिवसेना प्रमुख ने कहा, 'हमें आज मंदिर बनाने की तारीख चाहिए. पहले मंदिर कब बनाओगे वह बताओ, बाकी बातें तो बाद में होती रहेंगी. आज मुझे तारीख चाहिए.' बता दें, शिवेसना यहां 'आर्शीवाद उत्सव' का आयोजन कर रही है तो विहिप रविवार को धर्मसभा का आयोजन कर रही है. इसके लिए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी अयोध्या पहुंच गए हैैं. अयोध्या हवाई पट्टी पर उनका शिवसैनिकों ने जोरदार स्वागत किया. पूरी हवाई पट्टी को फूलों से सजाया गया था. वह परिवार संग लक्ष्मण किला पहुंचे. वहांं उन्होंंने साधु-संतोंं से मुलाकात की. साथ ही वहां वेेदी पूजन शुरू हो गया है.
सूत्रों के अनुसार, उद्धव ठाकरे राम मंदिर निर्माण के लिए महाराष्ट्र से अपने साथ चांदी की एक ईंट लेकर आए हैं, जिसे वह संतों को सौंपेंगे. वहीं शिवसेना अध्यक्ष के साथ उनकी पत्नि रश्मि ठाकरे और उनके बेटे व शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे भी अयोध्या पहुंचे हैं.
मुख्यमंत्री योगी ने बुलाई बड़ी बैठक
अयोध्या में शनिवार को शिवसेना और रविवार को होने जा रहे विश्व हिंदू परिषद के कार्यक्रम को लेकर माहौल गरम है. इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या की मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए बड़ी बैठक बुलाई है. यह बैठक शनिवार को लखनऊ में देर शाम 08:30 बजे होगी. माना जा रहा है कि इस बैठक में अयोध्या की मौजूदा स्थिति पर चर्चा हो सकती है.
आरती में होंगे शामिल
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे शनिवार को अयोध्या पहुंचे हैं. वह यहां साधु-संतों के साथ मुलाकात करेंगे. साथ ही 6 बजे सरयू घाट पर आरती में शामिल होंगे. इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी और बेटे आदित्य ठाकरे भी साथ रहेंगे. 25 नवंबर को वह सुबह 9 बजे राम जन्मभूमि में रामलला के दर्शन करेंगे. शिवसेना के इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दो ट्रेनों में शिवसैनिक अयोध्या पहुंच चुके हैं. पहली ट्रेन कल पहुंची थी और दूसरी ट्रेन शनिवार सुबह करीब 07:15 बजे अयोध्या पहुंची है.
कांग्रेस का निशाना
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेत प्रमोद तिवारी ने कहा है कि अयोध्या में 25 नवंबर को शिवसेना प्रमुख के आगमन से पहले वहां के माहौल को सांप्रदायिक बनाने की कोशिश की जा रही है, जो किसी भी हाल में नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि राम मंदिर का मामला अभी कोर्ट में है. इसलिए सभी को इंतजार करना चाहिए या फिर आपसी सहमति का रास्ता कोई निकल सके तो उस पर बात होनी चाहिए.
लेकिन जिस तरह से सरकार में शामिल सहयोगी दल और उनके नेता लगातार अयोध्या के माहौल को गर्मा रहे हैं, इससे वहां के हालात को खराब होने से कोई रोक नहीं सकता. केन्द्र और राज्य सरकार में शामिल लोग जिस तरह से एक भीड़ को लाने और लोगों को प्रेरित करने का काम कर रहे हैं तो वहां के हालात से निपटने और कानून व्यवस्था को बरकरार रखने की दोनों की जिम्मेदारी उन्हीं लोगों की होगी.
कल विहिप का कार्यक्रम
इसके अलावा रविवार को अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की तरफ से धर्मसभा का आयोजन किया गया है. शिवसेना प्रमुख के कार्यक्रम को देखते हुए अयोध्या की सुरक्षा चाकचौबंद कर दी गई है. शनिवार को अयोध्या के सभी स्कूल-कॉलेज भी बंद रखे गए हैं. साथ ही बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को भी तैनात किया गया है.
बड़ी संख्या में पुलिस तैनात
अयोध्या में शिवसेना के कार्यक्रम के लिए हजारों शिवसैनिक पहुंच चुके हैं. यहां किसी तरह का बवाल न हो, इसके लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. शहर की सुरक्षा की जिम्मेदारी ADGP स्तर के पुलिस अधिकारी को सौंपी गई है. इसके अलावा 3 SSP, 10 ASP, 21 DSP, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबल, PAC की 42 कंपनी, RAF की 5 कंपनी, ATS कमांडो को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है. ड्रोन कैमरे की मदद से हर जगह की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है.
भय का माहौल बिलकुल नहीं : प्रशासन
अयोध्या के कलेक्टर अनिल कुमार ने कहा कि हम स्थानीय लोगों से लगातार संपर्क में हैं. भय का माहौल बिलकुल भी नहीं है. शिवसेना और विश्व हिंदू परिषद का कार्यक्रम प्रशासन की अनुमति के बाद आयोजित किया गया है. प्रशासन की शर्तों पर सभी कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, इसलिए डरने जैसी कोई बात नहीं है. सुरक्षा के मद्देनजर शुक्रवार को तीन और IPS अधिकारी को अयोध्या में तैनात किया गया है. जोन के सभी अधिकारी 24 घंटे कैंप लगाकर और घूम-घूम कर निगरानी करेंगे.
डरे सहमे हैैं लोग
चारों तरफ कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है. हालांकि, कहा जा रहा है कि मुस्लिम समुदाय में खौफ का माहौल है. कुछ लोगों ने शुक्रवार को ही घर के सभी जरूरी सामानों का स्टॉक कर लिया है. उन्होंने राशन, फल, सब्जी और दवाओं का स्टॉक कर लिया है. हर कोई अपने-अपने घरों में सुरक्षित हो चुके हैं. कई लोगों को इस बात का डर है कि कहीं 6 दिसंबर 1992 की घटना फिर से न घटित हो जाए.
इस बीच विहिप और शिवसेना की बढ़ती हुई गतिविधियों को देखते हुए राम मंदिर मामले में एक पक्षकार इकबाल अंसारी ने प्रशासन से अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की है. उन्होंने अयोध्या के एसपी सिटी को फोन कर 24 और 25 नवंबर के लिए सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है.
उद्धव ठाकरे का यह है प्लान
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 24 नवंबर को दोपहर करीब 01:30 बजेे अयोध्या हवाई पट्टी पहुंचे. 3 बजे वे लक्ष्मण किला जाएंगे, जिसके बाद वे श्री विद्वत संत पूजन एवं आशीर्वादोत्सव कार्यक्रम में शामिल होंगे. शाम 5:15 बजे नया घाट पर सरयू आरती में वे शामिल होंगे. 25 नवंबर को वे सुबह 9 बजे राम जन्मभूमि में रामलला के दर्शन करेंगे. दोपहर 12 बजे अयोध्या में ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. उसके बाद दोपहर 1 बजे वे जनसंवाद करेंगे. 3 बजे वे वापस हवाई पट्टी के लिए रवाना होंगे, जहां से वे मुंबई के लिए निकल जाएंगे.