गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में अगस्त महीने तक हुई 296 बच्चों की मौत
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गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में अगस्त महीने तक हुई 296 बच्चों की मौत

इस माह 28 अगस्त तक एनआईसीयू में 213 और इंसेफेलाइटिस वार्ड में आज तक 83 समेत कुल 296 बच्चों की मौत हुई है.

इस वर्ष अब तक इंसेफेलाइटिस, एनआईसीयू तथा सामान्य चिल्ड्रेन वार्ड में कुल 1256 बच्चों की मौत हो चुकी है. (फाइल फोटो)

गोरखपुर: गोरखपुर स्थित बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज में इस महीने कुल 296 बच्चों की मौत हो चुकी है. अपर स्वास्थ्य निदेशक कार्यालय से प्राप्त आंकड़े बताते हैं कि इस वर्ष जनवरी में एनआईसीयू तथा जनरल चिल्ड्रेन वार्ड में 143 और इंसेफेलाइटिस वार्ड में नौ बच्चों की मृत्यु हुई. इसी प्रकार फरवरी में क्रमशः 117 तथा 5, मार्च में 141 तथा 18, अप्रैल में 114 तथा 9, मई में 127 तथा 12, जून में 125 तथा 12, जुलाई में 95 एवं 33 और अगस्त माह में 28 तारीख तक एनआईसीयू में 213 तथा इंसेफेलाइटिस वार्ड में आज तक 83 बच्चों की मौत हुई है. 

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर पी. के. सिंह ने बताया कि इस वर्ष अब तक इंसेफेलाइटिस, एनआईसीयू तथा सामान्य चिल्ड्रेन वार्ड में कुल 1256 बच्चों की मौत हो चुकी है. इस माह 28 अगस्त तक एनआईसीयू में 213 और इंसेफेलाइटिस वार्ड में आज तक 83 समेत कुल 296 बच्चों की मौत हुई है.  अपर स्वास्थ्य निदेशक कार्यालय से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार मेडिकल कॉलेज के इंसेफेलाइटिस वार्ड में पिछले रविवार (20 अगस्त) से आज तक 17 बच्चों की मृत्यु हुई है. कुल मिलाकर इंसेफेलाइटिस से इस साल अब तक 181 बच्चों की मौत हुई है.

प्राचार्य सिंह का कहना है कि एनआईसीयू में ज्यादा गंभीर हालत वाले बच्चे, जिनमें समय से पहले जन्मे, कम वजन वाले, पीलिया, निमोनिया और संक्रामक बीमारियों से ग्रस्त बच्चे इलाज के लिए आते हैं, जबकि इंसेफलाइटिस से पीड़ित बच्चे भी ऐन वक्त पर इसी अस्पताल में गम्भीर स्थिति में पहुचते हैं. उन्होंने कहा कि अगर समय से इलाज के लिए लाया जाए तो बड़ी संख्या में नवजात बच्चों की मौत रोकी जा सकती है.

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