बाप की कब्र के बगल में दफन होगा मुख्तार अंसारी, पोस्टमार्टम का इंतजार
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बाप की कब्र के बगल में दफन होगा मुख्तार अंसारी, पोस्टमार्टम का इंतजार

Mukhtar Ansari Death News Update: मऊ, गाजीपुर में STF एक्टिव की गई है. लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने के लिए STF एक्टिव है. माहौल खराब करने वालों पर SFT की नजर. पंचनामे के बाद पोस्टमार्टम होगा.

 

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Mukhtar Ansari Death News Update: उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की कार्डियक अरेस्ट से गुरुवार रात को मौत हो गई. कार्डियक अरेस्ट की वजह से मुख्तार अंसारी की मौत की वजह बताई गई है. माफिया डॉन मुख्तार का शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिवार को नहीं सौंपा जाएगा. मुख्तार अंसारी का पोस्टमॉर्टम सुबह 10 बजे होगा. उससे पहले पंचनामा भरने की कार्रवाई की जा रही है. पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी.  

माफिया मुख्तार की मौत के बाद हाई अलर्ट 
अस्पताल में बेटे उमर सहित सिर्फ परिजनों को रहने की अनुमति है.भीड़ एकत्र होने पर पाबंदी लगाई गई है. पूरे अस्पताल छावनी में तब्दील हो गया है.

माफिया मुख्तार की मौत पर परिवार वाले का बयान 
मुख्तार के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी का बयान सामने आया है. सिबगतुल्लाह
ने कहा है कि 18 मार्च से तबीयत खराब चल रही थी.कहने के बावजूद कोई इलाज नहीं दिया जा रहा था.

 

माता पिता के कब्र के बगल में सुपुर्द ए खाक होगा मुख्तार का पार्थिव शरीर
मुख्तार अंसारी की मिट्टी को सुपुर्द ए खाक करने की तैयारी गाजीपुर के मोहम्मदाबाद में शुरू हो चुकी है. मुख्तार अंसारी के पैतृक कब्रिस्तान काली बाग में उनको सुपुर्द ए खाक किया जाएगा.  बताया जा रहा है कि मुख्तार अंसारी के पार्थिव शरीर को उनके माता- पिता की कब्रगाह के पास सुपुर्द ए खाक किया जाएगा जिसकी तैयारी मुख्तार अंसारी के भतीजे व मोहम्मदाबाद विधायक शोएब अंसारी उर्फ मन्नू अंसारी की देख रेख में किया जा रहा है. यह कब्रिस्तान मुख्तार अंसारी के आवास से तकरीबन 600 मीटर की दूरी पर है. जहां पर खुद मुख्तार अंसारी के पिता सुभानउल्लाह अंसारी, माता राबिया बेगम को सुपुर्द ए खाक किया था.  ठीक उसी के बगल में मुख्तार अंसारी के मिट्टी को भी सुपुर्द ए खाक किया जाएगा.

यह कब्रिस्तान मुख्तार अंसारी का पुश्तैनी कब्रिस्तान कहा जाता है. बांदा से पोस्टमार्टम के बाद मुख्तार अंसारी का शव मुख्तार के पैतृक आवास पर पहले ले जाया जाएगा जहां पर जो अंतिम क्रिया कर्म का रस्म होता है उसे पूरा किया जाएगा. इसके बाद मुख्तार अंसारी के शरीर को माता-पिता के कब्र के बगल में सुपुर्द ए खाक किया जाएगा.

धारा 144 लागू
मऊ, गाजीपुर और बांदा जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है. मऊ और गाजीपुर और बांदा में सुरक्षा बढ़ दी गई है. बांदा मेडिकल कॉलेज के बाहर बड़ी संख्या में पैरा मिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है. डीजीपी मुख्यालय ने सतर्कता बरतने के निर्दश दिए हैं. 

मस्जिदों में भी सुरक्षा का कड़ा पहरा
माफिया मुख्तार की मौत के बाद मस्जिदों में भी सुरक्षा का कड़ा पहरा रहेगा. गाजीपुर और मऊ की मस्जिदों में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रहेगी. मस्जिदों में जुमे की नमाज के दौरान किसी भी तरह के ऐलान के मद्देनजर पुलिस फोर्स की तैनाती रहेगी. शुक्रवार की नमाज के बाद भीड़ को एक जगह एकत्रित नहीं होने दिया जाएगा. मस्जिदों से निकलने वाली भीड़ को टुकड़ों में बांटकर घरों के लिए रवाना किया जाएगा.

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पोस्टमार्टम से पहले पुलिस पंचनामा करेगी
पोस्टमार्टम से पहले पुलिस पंचनामा करेगी. पुलिस पांच व्यक्तियों को पंचांग के रूप में नियुक्त करते हुए पंचनामा  की कार्यवाही करेगी. पुलिस भी मजिस्ट्रेट से पंचनामा कराने की गुजारिश कर सकती है. हालांकि पंचनामा की कार्यवाही के लिए  उपनिरीक्षक स्तर का पुलिस अधिकारी मौजूद रहेगा.

कब-कब हुई मुख्तार को सजा
21 सितंबर 2022 को राजधानी के आलमबाग थाने में दर्ज मामले में मुख्तार को 7 साल की सजा हुई. 23 सितंबर 2022 को हजरतगंज कोतवाली लखनऊ में दर्ज केस में मुख्तार को 5 साल की सजा हुई. 15 दिसंबर 2022 को हजरतगंज कोतवाली लखनऊ में दर्ज एक दूसरे केस में मुख्तार को 5 साल की सजा.  29 अप्रैल 2023 को मोहम्मदाबाद कोतवाली गाजीपुर में दर्ज मुकदमे में 5 साल की सजा. 5 जून 2023 को थाना चेतगंज वाराणसी में दर्ज मामले में उम्र कैद की सजा. 26 अक्टूबर 2023 को थाना करंडा गाज़ीपुर में दर्ज मामले में 10 साल की सजा. 15 दिसंबर 2023 को थाना भेलूपुर वाराणसी में दर्ज केस में 5 साल 6 महीने की सजा और 13 मार्च 2024 को कोतवाली मोहम्मदाबाद गाजीपुर में दर्ज केस में उम्र कैद की सजा हुई.

मुख्तार अंसारी 5 बार विधायक रहा है. पहली बार मऊ सदर विधानसभा से 1996 में बसपा के टिकट पर जीत हासिल की थी. वर्ष 2002 और 2007 में निर्दलीय विधायक बना. बसपा से निकाले जाने के बाद मुख्तार ने कौमी एकता दल के नाम से बनाई थी अपनी पार्टी. कौमी एकता दल से ही 2012 का विधानसभा चुनाव मुख्तार ने जीता था. 2017 में भी मुख्तार अंसारी ने फिर बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीता. 2009 के लोकसभा चुनाव में मुख्तार ने वाराणसी से भाजपा के डॉ मुरली मनोहर जोशी के खिलाफ चुनाव लड़ा था. मुख्तार अंसारी डॉ. मुरली मनोहर जोशी से करीब 17000 वोटो से हार गया था.

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