यूपी राज्‍यसभा चुनाव: सपा-बसपा के लिए 'अग्निपरिक्षा' से कम नहीं है यह चुनाव
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यूपी राज्‍यसभा चुनाव: सपा-बसपा के लिए 'अग्निपरिक्षा' से कम नहीं है यह चुनाव

बांदा जेल में बंद बसपा के विधायक मुख्‍तार अंसारी और फिरोजाबाद जेल में बंद सपा के विधायक हरिओम यादव राज्‍यसभा चुनाव में वोट देने पर रोक लगा दी है. अब दोनों दोनों पार्टियों का एक-एक वोट कम हो गया है.

लोकसभा चुनाव से पहले सपा और बसपा के गठबंधन की सम्भावनाओं पर निर्णायक असर डालेगा. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए आज (23 मार्च) चुनाव होने हैं. बीजेपी की तरफ से एक-एक अतिरिक्त उम्मीदवार उतार देने के बाद राज्यसभा के 'रण' का ये मुकाबला काफी रोचक हो गया है. चुनाव से ठीक पहले बहुजन समाजवादी पार्टी की सुप्रीमो मायावती और समाजवादी पार्टी को हाईकोर्ट ने तगड़ा झटका दिया है. बांदा जेल में बंद बसपा के विधायक मुख्‍तार अंसारी और फिरोजाबाद जेल में बंद सपा के विधायक हरिओम यादव राज्‍यसभा चुनाव में वोट देने पर रोक लगा दी है. अब दोनों पार्टियों का एक-एक वोट कम हो गया है. दोनों पार्टियों के लिए उपचुनाव के नतीजों के बाद ये चुनाव किसी अग्निपरिक्षा से कम नहीं है, क्योंकि एक बार फिर सपा और बसपा के गठबंधन की सियासी ताकत के मायनों को आंकने में ये चुनाव निर्णायक होगा और अगर 'क्रॉस वोटिंग' हुई तो विपक्ष के लिए मुसीबत बढ़ सकती है.

  1. यूपी की 10 सीटों में से 8 पर बीजेपी का जीतना तय
  2. 'क्रॉस वोटिंग' से बढ़ सकती है विपक्ष की मुश्किलें 
  3. 1 सीट सपा के खाते में, 10वीं के लिए बीएसपी को करना होगा संघर्ष

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हाईकोर्ट ने बढ़ाई सपा-बसपा की मुसीबतें
राज्यसभा चुनाव के लिए शुक्रवार (23 मार्च) को पड़ने वाले वोट में सपा और बसपा का एक-एक वोट कम हो गया है. मुख्‍तार अंसारी हत्‍या के मामले में जेल में बंद हैं. इलाहाबाद हाईकोर्ट की एकल पीठ के जस्टिस राजुल भार्गव चुनाव में वोट देनी की छूट नहीं दी. आपको बता दें कि स्‍पेशल जज एससी एसटी गाजीपुर ने 20 मार्च को वोट देने की छूट दी थी. इस पर राज्य सरकार ने स्पेशल जज के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी और हाईकोर्ट ने स्‍पेशल जज के फैसले पर रोक लगाई है. वहीं जेल में बंद बहुजन समाज पार्टी के नेता मुख्तार अंसारी को राज्यसभा चुनावों की वोटिंग में हिस्सा लेने के लिए अनुमति नहीं मिली है. 

पक्की मानी जा रही है सपा की जीत
सपा ने जया बच्चन को चुनावी रण में उतारा है. जिनकी जीत लगभग पक्की मानी जा रही है. उत्तर प्रदेश में राज्यसभा में एक उम्मीदवार को जिताने के लिए 37 विधायकों का समर्थन जरूरत है. प्रदेश की 403 सदस्यीय सपा के पास 47 सदस्य हैं. इसलिए जया बच्चन की जीत पक्की मानी जा रही है. वहीं कांग्रेस ने बीएसपी को समर्थन देने का एलान किया है, लेकिन फिर भी बीएसपी 3 वोट के पेंच में फंस रही है. 

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बीजेपी के लिए भी मुश्किलें कम नहीं
भारतीय जनता पार्टी के आठ प्रत्याशियों की जीत तो पक्की मानी जा रही है, लेकिन 9वीं सीट के लिए बीजेपी की राह आसान नहीं होगी. 9वें प्रत्याशी की जीत के लिए उसके सहयोगी दल, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के चार वोट और अपना दल सोनेलाल के नौ वोटों को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है, लेकिन इसके बाद भी बीजेपी के नौवें प्रत्याशी को जीतने के लिए नौ अतिरिक्त वोटों की जरूरत है.

10 सीटों पर बीजेपी ने उतारे 9 प्रत्याशी
राज्यसभा के 'रण' की 10 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए बीजेपी ने नौ प्रत्याशी उतारें हैं. बीजेपी ने राज्यसभा चुनाव के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली, डॉ. अशोक बाजपेयी, विजयपाल सिंह तोमर, सकलदीप राजभर, कांता कर्दम, डॉ. अनिल जैन, जीवीएल नरसिम्हा राव, अनिल कुमार अग्रवाल और हरनाथ सिंह यादव को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. सपा ने जया बच्चन, जबकि बसपा ने भीमराव अंबेडकर को प्रत्याशी बनाया है. 

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