सात वारों के देवताओं को कैसे करें प्रसन्न? जानें वैदिक उपाय

Jyotish Upay: सूर्य आदि सात ग्रहों के नाम पर सप्ताह के सात दिन तय किए गए हैं. हर वार का अधिपति कोई एक ग्रह है, लेकिन ग्रह देवों को भी अन्य प्रधान देवों के साथ जोड़ा गया है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 26, 2022, 08:58 AM IST
  • तन व मन को ताकत देने के उपाय
  • देवताओं को प्रसन्न करने के उपाय
सात वारों के देवताओं को कैसे करें प्रसन्न? जानें वैदिक उपाय

नई दिल्ली: Jyotish Upay सूर्य आदि सात ग्रहों के नाम पर सप्ताह के सात दिन तय किए गए हैं. हर वार का अधिपति कोई एक ग्रह है, लेकिन ग्रह देवों को भी अन्य प्रधान देवों के साथ जोड़ा गया है. इस सबके पीछे विज्ञान, ग्रहों की चाल, ऋतुचर्या, दिनचर्या और स्वस्थ सुखी रहने के तौर-तरीके बड़ी कुशलता के साथ पिरोए गए हैं.

वारों के अधिदेवता
ग्रहों को मूल रूप से विष्णु या महादेव के अंश से उत्पन्न समझा जाता है. सूर्य की पूजा, नमस्कार, अर्घ्य देना तो खास तौर पर विष्णु और शिव ही क्यों, सब तरह की पूजा में अनिवार्य कहा गया है. वारपति ग्रह और अवतारों का संबंध इस तरह से है-

1. सूर्य- रामावतार
2. चन्द्र-मत्स्य अवतार
3. मंगल- नृसिंह अवतार
4. बुध- श्रीकृष्णावतार
5. गुरु-वामन अवतार
6. शुक्र- परशुराम अवतार
7. शनि- कुर्म अवतार

रविवार
रविवार का वारपति सूर्य स्वयं जीवन का आधार होने से विष्णु रूप कहा गया है. आरोग्यं के नियम से रोग के प्रकोप को कम करने, स्वस्थ रहने, आयु की रक्षा तथा आत्मबल, तन व मन की ताकत को देने वाला सूर्य है. सूर्य के लिए गायत्री मंत्र, केवल ओम् नाम या 'ओम् घृणिरू सूर्य आदित्यः' का जप करना, जल चढ़ाना, माता पिता या उनके जैसे जनों को ठेस न पंहुचाना अच्छा है.

सोमवार
सोमवार का पति चंद्रमा मन, विचार, भावुकता, चंचलता, का प्रतीक है. चंद्र की अनुकूलता से मन पर नियंत्रण, निर्णय करने की सही दिशा और दिल के बजाए दिमाग से अधिक काम लेने की आदत बनती है. सोम जल का ग्रह होने से शिव को खास प्रिय है. इस दिन शिवजी की पूजा, आराधना करना उपयुक्त है. ध्यान रखें शिव की पूजा सदा माता पार्वती के साथ ही साम्बसदाशिव के रूप में ही सांसारिक सुखों के लिए अधिक फलदायी है.

मंगलवार
मंगलवार का वारपति मंगल, युद्घ और हथियारों का ग्रह हैं. इसके देवता वीर हनुमान हैं. हनुमान जी की पूजा, प्रसाद चढ़ाना, मंगल का व्रत रखना और इस दिन शाकाहार करना अच्छा है. हनुमान चालीसा का पाठ आसान और कारगर उपाय है.

बुधवार
बुधवार का वारपति बुध, बुद्धि, हास-परिहास, अभिनय और कला और वनस्पतियों का ग्रह है. इसके प्रधान देव विष्णु हैं. ओम् नमो भगवते वासुदेवाय का जप करना श्रेयस्कर है.

गुरुवार
गुरुवार का देवता संसार का सृजनहार ब्रह्मा है. अतरू विवाह, संतान सुख, परिवार सुख, ज्ञान, वाणी और हुनर के साथ बड़प्पन अधिकार का स्वामी बृहस्पति है.

शुक्रवार
शुक्रवार देवी के आधीन है. अतरू दुर्गा पूजा, दीपक जलाना, खेतड़ी बोकर रखना, कन्यापूजन, करना और जालसाजी, झूठी गवाही से बचना अच्छा है. खुशबू का प्रयोग, धूपबत्ती जलाना, साफ-सुथरा और आकर्षक बनने की कोशिश करना शुभ है.

शनिवार
शनिवार के अधिपति भैरव, हनुमान, महाकाली, नृसिंह हैं. भावनानुसार इनमें से किसी की पूजा आराधना करना अच्छे परिणाम देगा.

(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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