खुद ही में लड़-कटकर मर जाएंगे लश्कर और हिजबुल के आतंकी, जानिए कैसे?

कोरोना काल में भी आतंकी संगठन कश्मीर में आतंक फैलाने से बाज नहीं आ रहे हैं. कोरोना संकट काल में जम्मू कश्मीर में अब तक 30 आतंकी मारे जा चुके हैं. इस बीच घाटी में आतंकियों के बीच गैंगवार की आशंका बढ़ गई है. आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन एक दूसरे के खिलाफ खड़े हो गए हैं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 28, 2020, 08:43 AM IST
    • लश्कर और हिजबुल आमने-सामने!
    • घाटी में दो आतंकी संगठनों में जंग
    • जानी दुश्मन बने दो आतंकी संगठन
खुद ही में लड़-कटकर मर जाएंगे लश्कर और हिजबुल के आतंकी, जानिए कैसे?

नई दिल्ली: कश्मीर घाटी में आम लोगों और सुरक्षाबलों को निशाना बनाने वाले आतंकी संगठन अब आपस में भिड़ गए हैं, दूसरों का खून बहाने वाले अब एक-दूसरे का ही खून के प्यासे हो गए हैं. आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन एक-दूसरे के आमने-सामने आ गए हैं.

लश्कर और हिजबुल आमने-सामने!

लश्कर-ए-तैयबा ने एक नया संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट यानी TRF बनाया है. हिजबुल मुजाहिदीन के टॉप कमांडर अब्बास शेख ने हिजबुल का साथ छोड़कर टीआरएफ ज्वाइन कर लिया है. इसी वजह से आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और  TRF अब हिजबुल मुजाहिदीन के निशाने पर हैं.

लश्कर के संगठन टीआरएफ और हिजबुल के बीच लड़ाई इस कदर बढ़ चुकी है कि लश्कर ए तैयबा को हिजबुल मुजाहिद्दीन को धमकी तक देनी पड़ी है.

TRF ने एक चिट्ठी में लिखा हिजबुल मुजाहिदीन को ये समझने की जरूरत है कि हमारी जंग कश्मीरियों से नहीं, भारतीय सुरक्षाबलों है. टीआरएफ ने चिट्ठी में ये भी लिखा है कि हम हर उस शख्स के खिलाफ लड़ाई में आगे बढ़ेंगे, जो किसी भी कश्मीरी को नुकसान पहुंचाएगा. यह हिजबुल को अंतिम चेतावनी है.

घाटी में दो आतंकी संगठनों में जंग

हिजबुल को चेतावनी वाली चिट्ठी से साफ है कि घाटी में अब आतंकी संगठन एक दूसरे के खिलाफ ही हथियार उठाने की तैयारी कर रहे हैं. इस बीच सुरक्षाबलों कोरोना संकट काल में भी कश्मीर घाटी में सुरक्षाबल आतंकियों को ढूँढकर उनके असली अंजाम तक पहुंचा रहे हैं. रविवार को कुलगाम में सुरक्षाबलों 4 आतंकियों को जहन्नुम पहुंचाया.

अप्रैल महीने में अब तक 26 आतंकी सुरक्षाबल ढेर कर चुके हैं. पूरे कोरोना काल के दौरान कश्मीर घाटी में 30 आतंकी मारे गए हैं. आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों के बंदूक गोली न थमी थी, न थमी और न ही थमेगी.

2017 में 213 आतंकी सुरक्षाबलों ने मार गिराए थे
2018 में 257 आतंकी मारे गए थे
2019 में 157 का मारे गए थे 
2020 में जनवरी से अब तक  56 आतंकी सुरक्षाबलों के जवान ढेर कर चुके हैं

कोरोना काल में भी पाकिस्तान अपनी चाल से बाज नहीं आ रहा है. खुफिया एजेंसियों ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर POK से करीब 300 आतंकी घुसपैठ की फिराक में है जो मौका मिलते ही भारत की सरहद में दाखिल हो सकते हैं.

इसे भी पढ़ें: ज़ी हिन्दुस्तान का बहुत बड़ा खुलासा: लॉकडाउन में जारी है सेक्स का बाज़ार

खुफिया अलर्ट के बाद सेना ने निगरानी बढ़ा दी है । घाटी में मुस्तैद सुरक्षाबल आतंकियों की किसी भी नापाक हरकत का जवाब देने के लिए हर पल तैयार हैं.

इसे भी पढ़ें: क्या पुलिस के खौफ से समाजसेवी बन रही हैं कनिका कपूर?

इसे भी पढ़ें: इन्होंने कोरोना फाइटर्स को मारा था, कोरोना ने इन्हें मार दिया

 

 

 

 

 

ट्रेंडिंग न्यूज़