संजय लीला भंसाली की इस फिल्म से मेल खाती है ऑस्कर अवार्डेड फिल्म CODA, डायरेक्टर ने किया खुलासा

Sanjay leela Bhansali: संजय लीला भंसाली इस समय अपनी पहली वेब सीरीज हीरामंडी की सक्सेस एन्जॉय कर रहे हैं. आज हम आपको भंसाली की साल 1996 में रिलीज हुई फिल्म के बारे में बताएंगे जो इंडिया में भले फ्लॉप हो गई थी. मगर विदेश में फिल्म की कहानी को खूब सराहना मिली.   

Written by - Anu Singh | Last Updated : May 19, 2024, 05:59 PM IST
    • हॉलीवुड में कॉपी हुई संजय लीला भंसाली की फिल्म?
    • 2021 ऑस्कर अवॉर्ड से नवाजी जा चुकी है फिल्म
संजय लीला भंसाली की इस फिल्म से मेल खाती है ऑस्कर अवार्डेड फिल्म CODA, डायरेक्टर ने किया खुलासा

नई दिल्ली: Sanjay leela Bhansali: संजय लीला भंसाली ने हाल ही में 'हीरामंडी' से अपना ओटीटी डेब्यू किया है जो’ नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है. सीरीज में कई चर्चित कलाकार नजर आ रहे हैं जैसे सोनाक्षी सिन्हा, ऋचा चड्ढा से लेकर अदिति राव हैदरी तक कई बड़ी एक्ट्रेसेस दिखी हैं. मनीषा कोइराला भी संजय लीला भंसाली की पहली वेब सीरीज में अहम किरदार निभाती नजर आ रही हैं. जानकारी के लिए बता दें संजय लीला भंसाली ने उन्हें अपनी फिल्म में भी कास्ट किया था. 

‘CODA’ से मेल खाती है फिल्म की कहानी

संजय लीला भंसाली ने अपने निर्देशन की शुरुआत साल 1996 में आई फिल्म ‘खामोशी: म्यूजिकल’ से की थी. इसमें सलमान खान और मनीषा कोइराला लीड रोल में थे.फिल्म की कहानी और गानों ने लोगों का खूब दिल जीता था. लेकिन फिल्म वो लोकप्रियता हासिल नहीं कर पाई जिसकी उसे तलाश थी. फिल्म के 25 साल बाद एक अंग्रेजी फिल्म ‘CODA’ रिलीज हुई, जो साल 2022 में ऑस्कर अवॉर्ड्स में छा गई थी. इसने खूब वाहवाही बटोरी. इस फिल्म की कहानी काफी हद तक ‘खामोशी’ से काफी से मेल खाती है. इस बाक का खुलासा खुद संजय लीला भंसाली ने किया है. 

क्या बोले फिल्म के डायरेक्टर? 

‘CODA’ साल 2021 में रिलीज हुई. जिसे अपनी कहानी के लिए बेस्ट फिल्म समेत 3 ऑस्कर अवॉर्ड मिले थे. फिल्म की कहानी लगभग ‘खामोशी’ के जैसी थी. लेकिन ‘खामोशी’ फ्लॉप रही थी. इस पर जब संजय लीला भंसाली ने पूछा गया कि क्या ‘खामोशी’ को वक्त से पहले बना दिया गया था. उन्होंने इसके जवाब में कहा, “कभी-कभी चीजें सही जगह पर नहीं होतीं. कई बार आपका काम लोगों तक नहीं पहुंच पाता. ‘खामोशी के साथ भी ऐसा ही हुआ, ये लोगों तक नहीं पहुंच पाई. 25 साल बाद, कोई अमेरिका में ‘CODA’ बनाता है, जो लगभग खामोशी जैसी है. उन्हें ऑस्कर मिलता है. ये वहीं खत्म हो जाता है”

क्या थी खामोशी की कहानी?

उन्होंने आगे कहा, 'लेकिन आपको हार नहीं माननी चाहिए. कुछ तो गलत होगा. आपको कभी ये सवाल नहीं करना चाहिए कि आपने समय से पहले कोई फिल्म बनाई है. अपने आप को बेवजह का क्रेडिट नहीं देना चाहिए. फिल्म में कुछ गड़बड़ रही होगी. इस बात को आप जितनी जल्दी मान लेते हैं, आप उतने ही बेहतर फिल्ममेकर बनते हैं.' दोनों फिल्मों की स्टोरी की बात करें तो दोनों में एक ऐसी लड़की की कहानी है, जो अपनी फैमिली के लिए सब कुछ करती है और म्यूजिक में अपना करियर बनाती है.

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