कनाडा के प्रधानमंत्री ने भी किसान आंदोलन का कर दिया समर्थन

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने किसान आंदोलन का समर्थन किया. कहा- हालात चिंताजनक है, शांतिपूर्ण प्रदर्शनों के अधिकारों की रक्षा के लिए कनाडा हमेशा खड़ा रहेगा..

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 1, 2020, 04:00 PM IST
  • किसानों का आंदोलन छठे दिन भी जारी
  • कनाडा के पीएम ने आंदोलन का किया समर्थन
  • किसानों और सरकार के बीच में बातचीत
कनाडा के प्रधानमंत्री ने भी किसान आंदोलन का कर दिया समर्थन

नई दिल्ली: किसानों का  'दिल्ली चलो' आंदोलन का आज छठा दिन है. बड़ी संख्या में दिल्ली बॉर्डर पर किसान डटे हैं. सरकार की अपील के बावजूद किसान सिंघु बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर से हटने को तैयार नहीं हैं. उनका कहना है कि जब तक सरकार उनकी बातें नहीं मानती है तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.

कनाडा के PM ने किया समर्थन

इस बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने किसान आंदोलन का समर्थन किया है. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि "हालात चिंताजनक है..शांतिपूर्ण प्रदर्शनों के अधिकारों की रक्षा के लिए कनाडा हमेशा खड़ा रहेगा."

बातचीत से पहले किसान नेताओं की बैठक

नए कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों को बातचीत के लिए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बुलाया है. विज्ञान भवन में किसानों और सरकार के बीच में बातचीत हो रही है. बता दें, जा रहा है कि बैठक में किसान संगठनों के सभी 32 संगठन हिस्सा ले रहे हैं.

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बातचीत के लिए सभी 32 किसान नेताओं को न्योता भेजा था. बताया जा रहा है कि ये सभी किसान नेता पहले दौर की बातचीत में शामिल हुए थे. आपको बता दें कि दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान आंदोलन को 30 किसान संगठनों का समर्थन है.

बैठक पर किसानों ने भी बनाई अपनी रणनीति

दोपहर 3 बजे होने वाली बैठक से पहले किसानों ने भी अपनी रणनीति बनाई. किसान नेताओं ने सरकार की ओर से बातचीत का प्रस्ताव आने के बाद बैठक की थी. इसी में ये फैसला लिया गया था कि दोपहर 3 बजे होने वाली बैठक में सभी 32 संगठनों के किसान नेता बैठक में शामिल होंगे.

विज्ञान भवन में सरकार और किसान नेताओं के बीच बैठक हो रही है. पूरे देश की निगाहें की इस बैठक पर टिकी है, क्योंकि इस बैठक के बाद ही आगे क्या होगा इसका पता चलेगा. क्योंकि किसान नेताओं का कहना है कि अगर उनकी बातें नहीं मानी जाती है तो वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे. बैठक में कृषि मंत्री के अलावा कई और रेल मंत्री पीयूष गोयल भी शामिल हैं. बैठक से पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि "सरकार चर्चा के लिए हमेशा तैयार है, लेकिन सड़क पर बातचीत नहीं हो सकती है."

बैठक से पहले सरकार की रणनीति

किसानों से बातचीत से पहले सरकार ने भी रणनीति बनाई है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर बैठक हुई. जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के अलावा रेल मंत्री पीयूष गोयल भी शामिल हुए. बताया जा रहा है कि राजनाथ सिंह और नरेंद्र सिंह तोमर जेपी नड्डा के घर से पहले ही निकल गए, जबकि गृह मंत्री अमित शाह और रेल मंत्री पीयूष गोयल जेपी नड्डा के घर पर मौजूद रहे.

किसानों के साथ होने वाली बैठक में किसानों की शंकाओं को दूर करने का प्रयास करने का लक्ष्य है. सूत्रों का कहना है कि नए कृषि कानून को रद्द नहीं किया जाएगा. साथ ही सरकार किसानों को ये समझाने की कोशिश करेगी की MSP और मंडी खत्म नहीं होगी. सूत्रों के मुताबिक बैठक में सरकार किसानों को अपना रुख स्पष्ट कर सकती है. किसानों की हर आशंका को दूर किया जाएगा.

ज़ी मीडिया पर किसानों की आवाज

बातचीत से पहले किसान सम्मेलन में ZEE मीडिया से किसानों ने कहा कि उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी मिले. किसानों ने धान का सही दाम नहीं मिलने का आरोप लगाया है. नए कानून से बिचौलियों से राहत मिलने की उम्मीद जताई और मंडी के बाहर फसल बेचने से फायदा होगा. साथ ही किसानों ने ये मांग भी रखी कि प्राइवेट कंपनियों का एकाधिकार न हो, MSP पर हमें गारंटी मिले.

दिल्ली के बुराडी ग्राउंड पर किसानों का मंच तैयार है. सरकार से बातचीत के बाद किसानों को संबोधित किया जाएगा. दिल्ली का सिंघु और टिकरी बॉर्डर आज भी बंद है. टीकरी के पास लामपुर बॉर्डर भी बंद है. लामपुर बॉर्डर पर किसान धरने पर बैठे थे. गाज़ीपुर बॉर्डर पर यूपी गेट की ओर से रास्ता बंद है, वहीं गाज़ीपुर बॉर्डर पर NH24 से रास्ता खुला है. दिल्ली से नोएडा का रास्ता भी खुला है.

नोएडा से दिल्ली की तरफ जाने वाले रास्ते पर किसान आंदोलन को देखते हुए सुरक्षा बढ़ाई गई है. नोएडा गेट पर दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं. सूत्रों के मुताबिक, किसान नोएडा के रास्ते दिल्ली जाना चाहते हैं.

वहीं केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने किसान आंदोलन पर हमला बोला है. नकवी ने कहा कि जिन्हें फसलों का पता नहीं, वो किसान नेता बन बैठे हैं. कृषि बजट और किसानों की सम्मान निधि बढ़ाने से डरे विपक्ष ने भ्रम का भूत खड़ा किया गया है. तो वहीं राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट किया और लिखा कि "किसानों के हितों को चोट पहुंचाने वाले कानून को खत्म करना चाहिए, जय जवान जय किसान ही कांग्रेस का मोटो."

देश और दुनिया की हर एक खबर अलग नजरिए के साथ और लाइव टीवी होगा आपकी मुट्ठी में. डाउनलोड करिए ज़ी हिंदुस्तान ऐप, जो आपको हर हलचल से खबरदार रखेगा... नीचे के लिंक्स पर क्लिक करके डाउनलोड करें-

Android Link - https://play.google.com/store/apps/details?id=com.zeenews.hindustan&hl=en_IN

iOS (Apple) Link - https://apps.apple.com/mm/app/zee-hindustan/id1527717234

ट्रेंडिंग न्यूज़